ABC News: कानपुर के विकास कार्यों की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अफसरों की लापरवाही पर जमकर बरसे. खासतौर पर एनएचएआइ और जलनिगम के अफसरों की कार्यशैली पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई. एनएचएआइ के अफसरों पर तो एफआइआर कराने के निर्देश ही दे दिए.
मंडलायुक्त कैंप कार्यालय में हुई बैठक में जाजमउ की एक सड़क को लेकर वह काफी नाराज हुए. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वहां पर पिछले कई वर्षों से एक गड्ढा है, जिसके लिए कई बार निर्देशित भी किया जा चुका है, इसके बावजूद एनएचएआइ अफसर लापरवाही बरत रहे हैं. इस पर नाराज विधानसभा अध्यक्ष ने कमिश्नर को निर्देश देते हुए कहा कि इनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करते हुए गिरफ्तार करें. इसी तरह जाजमउ पुल को लेकर भी एनएचएआइ अफसरों को उन्होंने फटकार लगाई. जलनिगम में प्रोजेक्ट बनाने में देरी से लेकर दुर्दशा पर विधानसभा अध्यक्ष ने जमकर फटकार लगाई. जलनिगम अफसरेां की कार्यशैली को लेकर भी उन्होंने सख्त टिप्पणी की. इसी तरह ग्रामीण जल निगम के अफसरों से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कहीं भी पानी नहीं मिल रहा है. सरसैयाघाट पुल को लेकर हो रही देरी पर भी महाना का मूड उखड़ा हुआ नजर आया. अफसरों पर सख्त टिप्पणी करते हुए उन्होंने इसको लेकर तेजी दिखाने को कहा. शहर में नाला सफाई की धीमी प्रगति से भी नाराज महाना से तेजी से काम करने को कहा. बैठक में बताया गया कि रिंग रोड के प्रथम चरण का टेंडर हो चुका है, जुलाई तक इसमें काम शुरू हो जाएगा. गोल चौराहा से रामादेवी तक एलीवेटेड रोड का प्रस्ताव बन चुका है. बैठक में करबिगवां ओवरब्रिज, डोमनपुर आदि की प्रगति जानी गई. डिफेंस कॉरीडोर, एयरपोर्ट के नए टर्मिनल समेत कई अन्य कार्यों की प्रगति जानी. कानपुर में हो रही बिजली कटौती को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने चिंता जाहिर की. उन्होंने केस्को एमडी को निर्देश दिए कि कटौती को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं. इसी तरह शुक्लागंज के बंद पड़े पुल के बारे में जानकारी की गई. महाना ने कहा कि सेतु निगम, सिंचाई विभाग और पीडब्ल्युडी संयुक्त रूप से इस पर काम करते हुए कार्ययोजना बनाएं.