ABC NEWS: एक तरफ पूरे देश में अयोध्या के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल है. वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग अभी भी राम मंदिर को लेकर सवाल उठाने और विवाद खड़ा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. बिहार में पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी ने एक सभा के दौरान राम मंदिर पर सवाल उठाया. उन्होंने सवाल किया कि राम मंदिर की बनावट से छेड़छाड़ क्यों हुई? इसी दौरान मंच गिर गया.
दरअसल, गया के अतरी प्रखंड के डिहुरी गांव में पसमांदा वंचित महासंगठन ने 18 जनवरी 2024 को स्वत्रंत्रता सेनानी अब्दुल क्यूम अंसारी की 51वीं पुण्यतिथि सभा का आयोजन किया था. इस सभा में पसमांदा वंचित महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी भी शामिल हुए थे.
सभा चल रही थी और आयोजित सभा के मंच से एक वक्ता सभा को संबोधित कर रहे थे. जैसे ही सभा को संबोधित कर रहे वक्ता ने श्री राम भगवान और केंद्र सरकार पर निशाना साधा, पूरा मंच ताश के पत्ते की तरह गिर गया. इस घटना के दौरान मंच पर बैठे सभी लोग जमीन पर आ गिरे. मंच गिरने से पूर्व सांसद सह पसमांदा वंचित महासंगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अली अनवर अंसारी को पैर में चोट लगी है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
मंच गिराने के बाद जमीन पर टेबल लगाकर सभा को फिर से शुरू किया गया. सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी ने कहा कि हमने यहा के लोगों से पूछा था की मंच टूटेगा तो नहीं, तो लोगो ने कहा था की मंच नहीं टूटेगा. हमने मजाक में कहा था की बहुत ठंड है और यह कांप रहा है ठंड से और तभी मंच गिर गया. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
भाजपा के फोकस में है पसमांदा
बताते चलें कि पसमांदा मुस्लिम समुदाय पर भाजपा का फोकस है. पीएम नरेंद्र मोदी ने पसमांदा पर फोकस कर मुस्लिम पॉलिटिक्स की पिच तैयार करने की शुरुआत की थी. अब बीजेपी उस सियासी पिच को मजबूत करने में जुट गई है.
बताते चलें कि पसमांदा मुस्लिम समाज का पिछड़ा वर्ग है. इस वर्ग को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की रणनीति पर सरकार काम कर रही है. पसमांदा मुस्लिमों को लेकर बीजेपी की गंभीरता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि पार्टी ने 2022 में ही पसमांदा मुस्लिम मोर्चा के रूप में एक अलग विंग का ही गठन कर दिया था.