ABC NEWS: UP में ‘सख्त सरकारी कार्रवाई’ का पर्याय बना बुलडोजर अब घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को भी इंसाफ दिलाने में मदद कर रहा है. इससे जुड़ा मामला प्रदेश के बिजनौर जिले में देखने को मिला. यहां कानून के दखल के बावजूद पिछले से महिला को ससुराल वाले स्वीकार नहीं कर रहे थे, आज सुबह जब पुलिस प्रशासन बुलडोजर के साथ पहुंचे तो बहू के लिए दरवाजे खोल दिए. यह मामला सुर्खियों में बना हुआ.
महिला को 5 साल पहले ससुराल वालों ने निकाला था
पीड़ित महिला का नाम नूतन है, जिसे घरेलू विवाद के बाद ससुराल वालों ने 5 साल पहले घर से निकाल दिया था. ससुराल से बाहर होने के बाद महिला ने कोर्ट की शरण ली. लंबी कार्रवाई के बाद हाईकोर्ट ने महिला को ससुराल में रखने के निर्देश दिए थे. इसके बावजूद महिला को ससुराल में कदम रखने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. महिला ने इसकी शिकायत पुलिस-प्रशासन को की तो वो पूरी टीम लेकर नूतन के ससुराल पहुंचे. थोड़ी देर की बातचीत के बाद ससुराल वालों ने महिला को घर में प्रवेश दे दिया.
ससुराल पर दहेज और मारने पीटने का आरोप
दरअसल पूरा मामला ये है कि धोकलपुर के रहने वाले अधिवक्ता शेरसिंह ने अपनी बेटी का विवाह हरिनगर के रॉबिन के साथ किया था. आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही नूतन से दहेज की मांग करते मारा पीटा जाने लगा. इसके बाद नूतन को ससुराल वालों ने निकाल दिया.इसके बाद पीड़िता के पिता ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए घरेलू हिंसा का वाद इलाहबाद हाईकोर्ट मे दायर किया था. लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद इलाहबाद हाईकोर्ट ने नूतन को उसकी ससुराल मे प्रवेश दिलाये जाने और महिला को सुरक्षा दिलाये जाने का आदेश बिजनौर के डीएम और एसपी को दिए थे.
कोर्ट के आदेश के बाद अफसरों की भारी भरकम फ़ौज पीड़िता को लेकर उसकी ससुराल लेकर पहुंची.पहले तो ससुराल वालों ने पुलिस अफसरों की कवायदों के बावजूद ज़ब घर का दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद बुलडोजर मंगाया गया, जिसे देखते ही ससुराल वालों के होश उड़ गए. बुलडोजर देखने के बाद घर का दरवाजा खोल दिया गया. इसके बाद पीड़ित महिला का प्रवेश कराकर पुलिस दरवाज़े पर पहरा लगाकर बैठ गई.