ABC NEWS: केस्को में बिजली चोरी का बड़ा खेल सामने आया है. विभाग के एक पूर्व मीटर रीडर के घर केस्को की टीम ने छापा मारा तो बिजली के कई बिल बरामद हुए. केस्को ने 18 टीमें बनाकर छापामार कार्रवाई की तो सामने आया कि पूर्व मीटर रीडर विभागीय कर्मचारियों के साथ मिलकर मीटर में रीडिंग स्टोर कर रहे थे. ऐसे 38 मामले पकड़े गए, जिसमें मीटर रीडिंग रिस्टोर करके केस्को को 19 लाख रुपये की चपत लगाई जा चुकी है.
अनुमान यह है कि अगर जांच हुई तो यह संख्या हजारों और केस्को की आर्थिक क्षति करोड़ों तक पहुंचने का अनुमान है. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि पूर्व मीटर रीडर के घर में वो सारे उपकरण थे, जिनसे बिजली के बिल बनाए जा सकते हैं.
गोपनीय सूचना के आधार पर सर्किल दो के अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार जायसवाल ने शनिवार को साकेत नगर में मनीष भट्ट के घर छापा मारा. मनीष भट्टा केस्को का पूर्व मीटर रीडर है। केस्को के अधिकारियों को मनीष के घर पर छापे के दौरान कुछ बिजली के बिल मिले. जब अधिकारियों ने इन बिलों को समेटना शुरू किया तो मनीष भट्ट ने अपने समर्थकों के साथ हंगामा कर दिया.
मजबूरन केस्को के कर्मचारियों को घर से बाहर आना पड़ा. इसी दौरान मनीष ने मौका मिलते ही सभी बिल उठाए और पड़ोस की नाली में फेंक दिए. इसके बाद वह घर में ताला बंद करके फरार हो गया. पड़ोसी की सूचना पर केस्को की टीम वहां पहुंची, जहां मनीष भट्ट ने नाली में बिल फेंके थे. इसके बाद केस्को की टीम ने नाली से कुछ ऐसे बिल निकाले, जिनसे कुछ जानकारियां मिल सकती थीं. केस्को के अधिकारियों ने इन बिलों से 138 घरों के बिजली बिलों का अंकाड़ा तैयार किया.