ABC NEWS: UP के देवरिया (Deoria) में विवाद के दौरान घरातियों और बारातियों को बुरी तरह मारा-पीटा गया. बारात के दौरान गाड़ी निकालने के लिए सेना से जवान ने बारातियों से साइड मांगी थी. मगर मौके पर विवाद हो गया और इस दौरान किसी ने जवान को थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद अपने साथियों के साथ विवाह स्थल पहुंचे सेना के जवान ने जमकर उत्पात मचाया और सामान की तोड़फोड़ की. आरोप है कि जवान और उसके साथियों ने महिलाओं से अश्लील हरकतें कीं और उनके जेवर भी छीन लिए.
जिले के भटनी थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव से 9 फरवरी को जगत नारायण दीक्षित के बेटे की बारात पांडेय चौराहे के पास आई हुई थी. बाराती नाचते गाते हुए द्वार पूजा के लिए लड़की के दरवाजे पर जा रहे थे. इसी दौरान बेहराडाबर गांव का रहने वाले विकास यादव (सेना जवान) कार से निकल रहा था.
साइड मांगी, झगड़ा हुआ, विकास को मारा थप्पड़
कार निकालने के लिए रास्ता खाली नहीं था तो विकास ने बारातियों से हटने के लिए कहा, लेकिन किसी ने उसे कार निकालने के लिए जगह नहीं दी. विकास ने कार बारातियों के भीड़ में डाल दी और आगे बढ़ने लगा. इस बात पर बारातियों का विकास से झगड़ा हो गया. विवाद ज्यादा बढ़ा तो किसी ने विकास में थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद विकास वहां से चला गया.
जमकर मचाया उत्पात, महिलाओं से की अश्लीलता
करीब घंटे भर बाद विकास दो दर्जन लोगों से साथ शादी वाले घर पहुंचा. यहां सभी ने लाठी-डंडे,धारदार हथियारों से घाराती और बारातियों को पीटना शुरू कर दिया. मंडप तोड़ दिया, कुर्सियां तोड़ीं, दूल्हे को मिलने वाले चमचमाती बाइक की भी तोड़फोड़ कर दी. बाद में जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से भाग निकले.
दूल्हन के चाचा सहित आठ लोग जख्मी
मारपीट में दुल्हन के चाचा समेत आठ लोग गंभीर घायल हुए हैं. दो लोगों की हालात ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया है. भटनी थाने में मारपीट के इस मामले में विकास यादव समेत 7 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया गया है. सभी पर मारपीट,बलवा, डकैती समेत विभिन्न गम्भीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस की मौजूदगी में संपन्न हुआ विवाह
मारपीट की घटना के कारण दुल्हन के परिवार में भयंकर भय पैदा हो गया. इसके बाद पुलिस और समाज के प्रभावशाली लोगों की मौजूदगी में विवाद संपन्न कराया गया. परिवार वालों के यह डर था कि कहीं विकास अपने लोगों से साथ आकर फिर से मारपीट न करने लगे.