ABC News: आने वाले दिनों में आपकी चाय की चुस्की पर महंगाई की मार पड़ सकती है. बच्चों को चॉकलेट दिलाने पर जेब सकती है. बिस्कुट-कुकीज से लेकर मिठाईयां और कोल्ड ड्रिंक्स महंगी हो सकती है. इसकी वजह है चीनी जो इन सभी खाने-पीने की चीजों में मिठास घोलती है. दुनियाभर के फ्यूचर मार्केट में चीनी की कीमतें छह साल के हाई पर ट्रेड कर रहा है.
दुनिभार में चीनी का उत्पादन बढ़ा है जिसके चलते चीनी का स्टॉक चार साल के हाई पर है इसके बावजूद चीनी के दामों में तेजी की आशंका जताई जा रही है. दूसरे देशों में चीनी के दाम बढ़े तो भारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा. उत्पादन बढ़ने के बावजूद भारत में भी बीते एक साल में 10 फीसदी तक खुदरा बाजार में चीनी महंगा हुआ है. जिसके बाद सरकार ने चीनी के निर्यात पर बंदिशें लगाई थी. वायदा कारोबार में चीनी के दामों में तेजी की कई वजहें हैं. भारत में गन्ने के फसल के कमजोर रहने की संभावना जताई जा रही है. इससे सरकार को निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की दरकार पड़ सकती है. केंद्र सरकार एथोनॉल मिश्रित पेट्रोल को बढ़ावा दे रही है. 20 फीसदी एथोनॉल के मिलावट वाले पेट्रोल की बिक्री को बढ़ावा दिया जा रहा है. ऐसे में चीनी मिलें अब गन्ने से एथेनॉल बनाने पर ज्यादा जोर दे रही हैं जिससे चीनी का उत्पादन कम रहने का अनुमान है. चीन अपने यहां कोरोना के चलते लगाये प्रतिबंधों को वापस ले रहा है जिससे वहां चीनी की मांग बढ़ रही है. यूरोपीय देशों में सूखे की वजह से फसल खराब रहने की संभावना है. और अगर ब्राजील में चीनी के उत्पादन में किसी भी कारणवश कमी आई तो चीनी के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.