ABC News: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर से दुखी होकर महाराजगंज से अकेले सैफई के लिए निकलने वाले 10 वर्षीय समर्थक नवरतन से अखिलेश यादव ने मुलाकात की. उन्होंने पढ़ाई का पूरा खर्च किए जाने का वादा करते हुए नवरतन से कहा कि पहले पढ़ो लिखो फिर अच्छा नेता बनना.
दरअसल, महाराजगंज जनपद के नौतनवा विधान सभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मलहनी फुलवरिया का रहने वाला 10 वर्षीय बालक नवरतन यादव 12 अक्टूबर को बिना किसी को बताए घर से सैफई के लिए निकल पड़ा था. कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी ने उसे अकेला देखकर पूछताछ की थी. इसपर उसने मुलायम सिंह यादव के निधन से दुखी होने और नेताजी के अंतिम दर्शन करने सैफई जाने की जानकारी दी थी. उसने खुद को मुलायम सिंह यादव सच्चा समर्थक बताया था. ये घटना की खबरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुईं तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी संज्ञान लिया था. इसपर उन्होंने शुक्रवार को गोरखपुर के सपा जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन व पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह को उसे सैफई लाने के लिए कहा था. इसी कड़ी में शनिवार को महाराजगंज के नौतनवा के पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह अपनी गाड़ी से नवरतन यादव को लेकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से इटावा सैफई पहुंचे. यहां पर अखिलेश यादव ने नवरतन से मुलाकात की. अखिलेश यादव ने नवरतन से कहा कि पहले पढ़ो लिखो फिर बड़े होकर नेता बनना. उन्होंने नवरतन की पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाने की बात कही और उसे आवास पर बिठाकर खाना भी खिलाया. अखिलेश यादव से मिलकर नवरतन काफी खुश नजर आया. उसने कहा कि उसके मन में नेताजी मुलायम सिंह यादव के जाने का बहुत दुख है. सैफई आकर नेताजी के चित्र पर पुष्प अपिर्त करने की तमन्ना पूरी हो गई. मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर पर नवरतन यादव महराजगंज के लक्ष्मीपुर से ट्रेन से सैफई जाने के लिए रवाना हुआ था लेकिन भटककर कानपुर स्टेशन पहुंच गया था. जीआरपी ने उसे पकड़ लिया था. नवरतन अपने आप को सपा का स्टार प्रचारक बता रहा था. वह कक्षा पांच में पढ़ता है और उसके पिता सिकंदर इलेक्ट्रीशियन और मां पुष्पा देवी गृहणी हैं.