ABC News: श्रद्धा मर्डर केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब पता चला है कि आरोपी आफताब पूनावाला ने जिस ब्लेड से श्रद्धा के शव को काटा था उसे उसने गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-3 की झाड़ियों में फेंक दिया था. यह जानकारी दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दी है.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आफताब ने महरौली इलाके में एक कचरे के ढेर में शरीर को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए क्लीवर चाकू को भी फेंक दिया था. वहीं दिल्ली पुलिस की एक टीम ने अब तक ब्लेड और आरी की तलाशी के लिए गुरुग्राम के जंगली इलाके में दो बार तलाशी ली है. जांच के पहले दिन 18 नवंबर को दिल्ली पुलिस की टीम को गुरुग्राम की झाड़ियों से कुछ सबूत मिले, जिन्हें सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी जांच के लिए भेजा गया है. जांच में दिल्ली पुलिस ने मेटल डिटेक्टर से तलाशी ली, लेकिन वहां कुछ नहीं मिला. सूत्रों ने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस आफताब को उस दुकान पर भी ले गई, जहां से उसने आरा ब्लेड खरीदा था, जो उसके घर से 250 मीटर दूर है.
आफताब की पांच दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उसे आज साकेत कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. पुलिस ने रिमांड बढ़ाने की मांग की, जिसके बाद कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड बढ़ा दी है. इससे पहले, पुलिस ने कहा था कि अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या करने और उसके शरीर के 35 टुकड़े करने की बात कबूल करने वाला आफताब सवालों के भ्रामक जवाब दे रहा था. साकेत कोर्ट के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने इस मामले को मजिस्ट्रेट विजयश्री राठौर को भेज दिया, जिन्होंने आफताब के नार्को टेस्ट की अनुमति दे दी है. दिल्ली पुलिस ने पहले अदालत में कहा था कि आफताब गलत जानकारी दे रहा है और जांच को गुमराह कर रहा है. पॉलीग्राफ टेस्ट की दलील दूसरी वैज्ञानिक परीक्षा है जिसे दिल्ली पुलिस ने आफताब पर कराने की मांग की थी.
गुरुवार को कोर्ट ने रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी को पांच दिनों के भीतर आफताब का नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया था. साथ ही, दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें श्रद्धा हत्याकांड की जांच दिल्ली पुलिस से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित करने की मांग की गई है. बता दें, दिल्ली पुलिस ने आफताब को 12 नवंबर को महरौली इलाके में किराये के अपने फ्लैट में श्रद्धा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा था कि आफताब ने श्रद्धा के शव के करीब 35 टुकड़े किए जिसे उसने घर पर 300 लीटर के फ्रिज में लगभग तीन सप्ताह तक रखा और फिर उन हिस्सों को कई दिनों तक फेंकता रहा.