ABC NEWS: कानपुर देहात के लकोठिया गांव में प्राथमिक विद्यालय परिसर में पंचामृत पीने के बाद ग्रामीणों व बच्चों की हालत बिगड़ गई. उल्टी व दस्त से सभी परेशान हो गए। इससे परेशान लोग नर्सिंग होम व सीएचसी रसूलाबाद के लिए भागे। चार एंबुलेंस की मदद से सभी को अस्पताल लाया गया. वहीं डाक्टरों की एक टीम को गांव में इलाज के लिए भेजा गया है.फूड प्वाइजनिंग के चलते सभी बीमार हुए हैं.
शुक्रवार देररात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम गांव में हुआ था. इसमें प्रसाद में पंचामृत बनाया गया था।पंचामृत काफी बच गया था इसे शनिवार दोपहर को स्कूल परिसर में बंटवाया गया. इसको स्कूली बच्चों के अलावा ग्रामीणों ने भी पीया. कुछ देर बाद सुशील कुमार के 14 वर्षीय बेटे अनुपम व बेटी 10 वर्षीय अंजली को उल्टी दस्त होने लगी. सुशील व उनकी पत्नी आरती को भी समस्या होने लगी.
आसपास के लोगों ने इनको अस्पताल में भर्ती कराया. कुछ देर बीता नहीं कि जिन जिन ने पंचामृत पीया सभी को उल्टी दस्त होने लगी।इसके बाद 35 वर्षीय उमेश शर्मा, उनकी पत्नी प्रीति, आठ वर्षीय राजेश, विनोद का 14 वर्षीय पुत्र लवकुश, 12 वर्षीय शोभित, कन्हैया लाल का पुत्र 15 वर्षीय शोभित कुमार को सीएचसी ले जाया गया.इनमें शोभित कुमार की हालत ज्यादा खराब है. अन्य बच्चों में 10 वर्षीय अभिषेक, पांच वर्षीय अमृत कुमार,उनकी मां सपना, राजेश, अंशिका,विनोद की 40 वर्षीय पत्नी विनीता, धर्मवीर, कोमल,कृष्णा,दिव्यांशी,नैंसी, रूमा व 12 वर्षीय प्रिया समेत अन्य का उपचार गांव में ही डाक्टरों की टीम ने किया। कई लोग निजी अस्पतालों में इलाज को चले गए.
चार एंबुलेंस से सभी को लेकर गांव से सीएचसी पहुंचाया गया.इमरजेंसी मेडिकल डाक्टर रवि प्रसाद सोनी ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग का मामला है और वही लक्षण हैं. चिकित्साधीक्षक डा. अमित सक्सेना ने बताया की चार एंबुलेंस भिजवा कर गांव से बीमार बच्चों व उनके स्वजन को सीएचसी लाया गया है. इसके साथ ही एहतियात के तौर पर डा. प्रदीप यादव व फार्मासिस्ट राम मोहन के नेतृत्व में चिकित्सक दल भी गांव में गया है।लगातार निगाह टीम रख रही है.