ABC NEWS: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस के छह से सात डिब्बे पटरी से उतरने के बाद दूसरी ट्रैक पर आ रही एक ट्रेन से टकरा गए. समाचार एजेंसी की ओर से देर रात को जारी किए गए अपडेट के मुताबिक, हादसे में अब तक 280 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि हादसा शाम सात बजकर करीब 20 मिनट पर बाहानगा बाजार स्टेशन पर तब हुआ जब कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता के नजदीक शालिमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल जा रही थी. दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना राहत ट्रेन घटना स्थल पर रवाना किए गए हैं. हादसे के बाद तेजी से बचाव कार्य चलाते हुए 300 यात्रियों को निकाला जा चुका है. राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
हादसे का जायजा लेने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पर पहुंचे हैं. आपको बता दें कि इस हादसे में अब तक 280 यात्रियों की मौत हो चुकी है। वहीं, 900 से अधिक लोग घायल हैं.
राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही रूट को खोला जाएगा: रेल मंत्री
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज सुबह-सुबह बालासोर में घटनास्थल पर पहुंचे. यहां उन्होंने कहा, ”रेलवे, NDRF, SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है. फिलहाल हमारा ध्यान बचाव कार्य पर है. राहत और बचाव कार्य खत्म होने के बाद ही बहाली का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. पहले से ही बहाली के लिए मशीने तैनात हैं.”
जांच कमेटी का भी गठन किया गया है: रेल मंत्री
रेल मंत्री ने शोक प्रकट करते हुए कहा, ”यह बहुत बड़ी दुर्घटना है। सभी दिवंगत आत्माओं के लिए हम प्रार्थना करते हैं. कल रात से रेलवे की टीम, NDRF, SDRF बचाव कार्य में जुटी है. जिनके परिवार के सदस्यों की इस हादसे में मृत्यु हो गई, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। सरकार उन्हें हर संभव मदद करेगी. रेलवे ने कल ही मुआवजे का ऐलान कर दिया था, जांच कमेटी का भी गठन किया गया है.”
एक ही जगह कैसे टकराईं तीन ट्रेनें, किसके डब्बे पटरी से पहले उतरे पर कन्फ्यूजन
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे.
अब तक 42 ट्रेनें रद्द, 38 का रूट बदला गया
इस ट्रेन हादसे के बाद अब तक 42 ट्रेनों को रद्द किया जा चुका है. वहीं, 38 के रूट बदले गए हैं। आपको बता दें कि कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से भी कैंसल किया गया है. कुछ को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है.
NDRF की 7 और ODRAF की 5 टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी: चीफ सेक्रेटरी
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि शिनाख्त किए गए शवों को या तो उनके परिजनों को सौंप दिया जा रहा है या पोस्टमॉर्टम के बाद उनके गंतव्य स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. अज्ञात लोगों के लिए वैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि NDRF की 7, ODRAF की 5 और दमकल विभाग की 24 टीमें स्थानीय पुलिस के साथ मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं.