केजरीवाल के घर तक पहुंच गया बाढ़ का पानी, दिल्ली के सैलाब में डूबकर एक की मौत

News

ABC NEWS: राजधानी दिल्ली में बाढ़ का पानी अब सारी सीमाएं लांघकर शहर के कई इलाकों में पहुच गया है. कश्मीरी गेट, आईटीओ जैसे इलाकों के बाद पानी सिविल लाइन्स तक पहुंच गया है. यमुना का जलस्तर 208.46 मीटर तक पहुंचने के साथ पानी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बेहद करीब आ गया है. मुख्यमंत्री का सरकारी आवास सिविल लाइन्स इलाके में मौजूद हैं, जहां सड़कें पानी में डूब गईं हैं.

दिल्ली में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली रेल ब्रिज पर सुबह 6 बजे जल स्तर 208.41 पर पहुंच गया. वहीं दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भरने लगा है  और सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लोगों से घर छोड़ने की अपील की है. इस बार यमुना के जल स्तर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दिल्ली में लोगों ने शिविरों और फ्लाइओवर के नीचे आसरा लिया है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बुधवार को ही कई इलाकों में धारा -144 लागू कर दी थी. दो दिन में दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हुई है लेकिन यह अधिकांश पानी हिमाचल और हरियाणा से आ रहा है.

आईटीओ तक पहुंचा यमुना का पानी

पूर्वी और केंद्रीय दिल्ली के मेन रूट आईटीओ में भी यमुना का पानी पहुंच गया है. यहां रास्ते बाधित हो गए हैं। पानी से लबालब सड़क पर वाहन चल रहे हैं. इसके अलावा निगम बोध घाट रोड पर पानी भरा हुआ है.

कई इलाकों में आवाजाही बंद

दिल्ली से आने और जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा आईएसबीटी कश्मीरी गेट से बस सेवा भी बाधित है. दूसरे राज्यों में जाने वाले वाहनों की आवाजाही बंद की गई है. लोगों को इसके लिए अब वेस्टर्न पेरिफेरल एक्स्प्रेस  वे का रास्ता अपनाना होगा. बताया जा रहा है कि गाजियाबाद से आने वाली बसों को सीलमपुर में रोका जा रहा है. वहीं वजीराबाद से मजनू का टीला आने वाले वाहनों को मुकरबा चौक की तरफ मोड़ा जा रहा है.

इस बार यमुना के जलस्तर ने इस रिकार्ड तोड़ दिया है. बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों को खाली करने की चेतावनी जारी की है. जिन इलाकों में ज्यादा खतरा है उनमें बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छत्री मंदिर, यमुना बाजार, गीता घाट, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा और खड्डा कॉलोनी, गढ़ी मांडू, मजनू का टीला से वजीराबाद तक का क्षेत्र शामिल है.

वहीं, केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार रात 10 से 11 बजे के बीच स्तर यमुना का जलस्तर 207.72 मीटर तक पहुंचना था, लेकिन ये पहले ही इस डेंजर लेवल को पार कर चुका है. अधिकारियों के मुताबिक पिछले 2 दिनों में दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हुई है, लेकिन अधिकांश पानी हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से आ रहा है.

घरों और दुकानों में घुसा पानी

यमुना का जलस्तर बढ़ने पर डूब क्षेत्र में घरों और दुकानों में पानी घुस गया है. लिहाजा यहां रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में शिफ्ट कर दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि मजनूं का टीला और वज़ीराबाद के बीच के हिस्से सहित रिंग रोड के कुछ हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया हैं. वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने और वहां चले जाने का आग्रह किया है. वहीं IMD ने अगले 2 दिन में उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.

दिल्ली में ऐसे बढ़ा यमुना का जलस्तर
पिछले तीन दिन में यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. यह रविवार सुबह 11 बजे 203.14 मीटर से बढ़कर सोमवार शाम 5 बजे 205.4 मीटर हो गया था. जो कि उम्मीद से 18 घंटे पहले खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया. सोमवार की रात जलस्तर 206 मीटर को पार कर गया. जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना पड़ा और सड़क और रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को बंद कर दिया गया. वहीं बुधवार रात यह 208.8 मीटर तक पहुंच गया.

बाढ़ प्रभावित इलाकों में 50 बोट तैनात 
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 50 नावों की व्यवस्था की है. उन्होंने बताया कि पल्ला से ओखला बैराज तक नदी के प्रत्येक खंड पर दो-दो किलोमीटर की दूरी पर नावें तैनात की गई हैं.

हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है.  साथ ही कहा कि लोग बिजली लाइनों से दूर रहें और किसी भी जरूरत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1077 पर संपर्क करें.

विश्वकर्मा कॉलोनी में 5 हजार लोग प्रभावित
दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के जैतपुर पार्ट-2 के विश्वकर्मा कॉलोनी में लगातार पानी बढ़ने का सिलसिला जारी है. इसके चलते यहां रहने वाले लोगों को स्कूल मंदिर और मदरसे में शिफ्ट किया जा रहा है. पानी बढ़ने से करीब 5000 लोग प्रभावित हुए हैं. बता दें विश्वकर्मा कॉलोनी में बुधवार सुबह से पानी चढ़ने का सिलसिला शुरू हुआ था जो लगातार जारी है.

स्थानीय विधायक अजय महावर ने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली के गढ़ी मेंडू और उस्मानपुर गांवों में बाढ़ का पानी चार फीट से अधिक बढ़ गया है. यहां रहने वाले लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा चुका है. साथ ही सुबह करीब चार बजे बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई. वहीं, मजनूं का टीला और कश्मीरी गेट समेत कई इलाकों में बाढ़ का पानी रिंग रोड तक पहुंच गया. यमुना किनारे के ग्रीन बेल्ट में पानी भर गया. दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बाढ़ के पानी को रिंग रोड में घुसने से रोकने के लिए रेत की बोरियां लगा दी हैं.

खबरों से जुड़े लेटेस्ट अपडेट लगातार हासिल करने के लिए आप हमें  Facebook, Twitter, Instagram पर भी ज्वॉइन कर सकते हैं … Facebook-ABC News 24 x 7 , Twitter- Abcnews.media Instagramwww.abcnews.media

You can watch us on :  SITI-85,  DEN-157,  DIGIWAY-157


For more news you can login- www.abcnews.media