ABC NEWS: दुनिया में अपने घाटों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक अच्छी खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक मई महीने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं और टूरिस्ट्स को वॉटर टैक्सी की सुविधा मिलने लगेगी. इसकी कवायद शुरू हो चुकी है. गुजरात के भावनगर से 10 फैसिलिटी बोट वाराणसी पहुंचने वाली है. इनमें पांच शववाहिनी नाव, तीन वॉटर एंबुलेंस और दो वॉटर टैक्सी शामिल है. जल्द ही इनका संचालन शुरू किया जाएगा. बनारस के लोगों में वॉटर टैक्सी चलने को लेकर उत्सुकता साफ देखी जा सकती है.
मई से शुरू होगी वॉटर टैक्सी
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में वॉटर टैक्सी अगले महीने यानी मई से शुरू होने की बात बताई जा रही है. आपको बता दें बनारस में पूरी साल भारी संख्या में श्रद्धालु घूमने के लिए जाते हैं, जिसके चलते बनारस की सड़कों पर कई बार लंबा जाम देखने को मिलता है. स्थानीय लोग लंबे समय से इस समस्या से परेशान थे, क्योंकि लोगों का कीमती समय घंटों जाम में फसे रहने के कारण बर्बाद होता था. वॉटर टैक्सी चलने से लोगों को इस समस्या ने निजात मिल जाएगा. जानकारी के मुताबिक बीते 25 अप्रैल को गुजरात के भावनगर से वाराणसी के लिए नावों को रवाना कर दिया गया है. शिप रीसाइक्लिंग इंडस्ट्रीज एसोसिएशन-इंडिया और गुजरात शिप ब्रेकर्स अर्थक्वेक रिलीफ ट्रस्ट द्वारा नावों को भेजा गया है.
मंडलायुक्त ने दी जानकारी
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पांच जल शववाहिनी, तीन जल एंबुलेंस और दो वॉटर टैक्सी वाराणसी में चलाई जाएंगी. उन्होंने आगे बताया कि वॉटर टैक्सी से श्री काशी विश्वनाथ धाम आने वाले टूरिस्ट्स को आसानी होगी. साथ ही शववाहिनी बोट से मणिकर्णिका घाट अंतिम संस्कार करने के लिए पार्थिव शरीर लाना आसान हो जाएगा. जानकारी के मुताबिक शववाहिनी नाव के संचालन की जिम्मेदार एनडीआरएफ और जल पुलिस को सौंपी गई है. वॉटर एंबुलेंस की संचालन एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में होगा. इसके अलावा वाटर टैक्सी का संचालन कैसे किया जाए इस पर विचार किया जा रहा है.