ABC NEWS: झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल के राजखरसवां के पास इंजन बदलने के लिए रेलवे ट्रैक पर उतरे दो लोको पायलट की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत हो गई. यह घटना शुक्रवार की देर रात को हुई, जब दोनों लोको पायलट रेलवे लाइन पर उतरकर रेल इंजन बदलने का काम कर रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रही मुंबई हावड़ा मेल एक्सप्रेस ट्रेन ने दोनों को अपनी चपेट में ले लिया और रौंदते हुए निकल गई.
बताया जा रहा है कि घटना शुक्रवार की देर रात 12 बजकर 18 मिनट की है. दोनों लोको पायलट चक्रधरपुर रेल मंडल में पदास्थापित थे. शनिवार की सुबह दोनों के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. घटना के बाद पूरे रेल मंडल में शोक व्याप्त है.
दोनों लोको पायलट ट्रेन से नीचे पटरी पर उतरकर रेल इंजन बदलने का काम कर रहे थे, तभी दूसरी रेल लाइन में तेज रफ्तार में आ रही मुंबई हावड़ा मेल एक्सप्रेस ने दोनों लोको पायलट को अपनी चपेट में ले लिया और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. स्थानीय रेल कर्मी घटना के बाद दोनों लोको पायलट को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल ले आए जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. दोनों का शव रेलवे अस्पताल के शवगृह में रखा गया है.
बता दें कि 12 नवंबर को बिहार के कैमूर में भी एक ट्रेन हादसे में चरवाहे समेत 50 भेड़ों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के अररुआ गांव निवासी अवधेश यूपी के जौनपुर भेड़ लाने गया था. यहां से अवधेश 50 भेड़ों के चराता हुआ वापस अपने गांव लौट रहा था. सुबह करीब 4 बजे सुपरफास्ट ट्रेन की चपेट में आने से अवधेश और उसकी 50 भेड़ों की मौत हो गई थी.
इतनी सुबह किसी को घटना का पता नहीं चला. बाद में लोगों ने देखा तो रेलवे की पटरी खून से सनी पड़ी थी और अवधेश के साथ ही भेड़ों के शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे.