ABC NEWS: वाराणसी में अस्सी पर पप्पू चाय की अड़ी के बारे में आपने सुना होगा. ये वही दुकान है जहां पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाय पी थी लेकिन जल्द इस दुकान पर ताला लगने वाला है. जी हां, आपने सही पढ़ा। नगर निगम प्रशासन ने अस्सी स्थित मारवाड़ी सेवा संघ परिसर से जुड़े भवनों को सील करने का निर्णय लिया है. पप्पू चाय की दुकान इसी परिसर में है.
अवैधानिक तरीके से मारवाड़ी सेवा संघ पर गृहकर और ब्याज थोपा गया था जबकि नगर निगम अधिनियम में दानोत्तर संपत्ति को कर के दायरे से बाहर रखा गया है. निगम अफसरों ने फिर मनमाने तरीके से अधिनियम का उल्लंघन करते हुए ऐसी संस्था पर टैक्स लगाया है जो इस दायरे में ही नहीं आती. पप्पू की चाय की दुकान 294 रुपये महीने की किराएदारी पर चल रही है. यह किराया दानोत्तर ट्रस्ट के फंड में जमा होता है. नगर निगम ने पप्पू चाय की दुकान समेत सभी भवनों को पिछले दिनों कुर्क किया था. तीन-चार दिनों पहले भी भेलूपुर जोन की एक टीम गई थी और जल्द सील करने की चेतावनी देकर लौट आई थी.
मारवाड़ी सेवा संघ अपने भवनों बी-2/262 से लेकर 264, 265,266 को दानोत्तर प्रयोजन के लिए उपयोग करता है. इनमें लक्ष्मी नारायण, शिव आदि देवी देवताओं के मंदिर हैं. उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 177 (ख) के अनुसार दानोत्तर संपत्तियां गृहकर से मुक्त हैं. इस संबंध में पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता शतरुद्र प्रकाश ने एक जून 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर पत्र भी दिया था. जिस पर प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने नगर निगम प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी. लेकिन नगर निगम ने निर्धारित प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए संघ पर 59 लाख 71 हजार रुपये से अधिक का न सिर्फ गृहकर लगाया बल्कि कुर्की कर दी.