ABC NEWS: (भूपेंद्र तिवारी) नेशनल इंडिपेंडेंट टीचर्स एसोसिएशन (नीटा) ने शिक्षक के साथ स्कूल में मारपीट पर चेतावनी दी कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी न हुई तो वे शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराएंगे. उधर, छात्र के पिता ने राज्य बाल अधिकार आयोग में रिट की है. उनका कहना है कि बेटे को मांसपेशियों की बीमारी है, जिसकी जानकारी स्कूल को दी गई थी. वहीं, स्कूल के शिक्षक का कहना है कि उन्हें बीमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
कानपुर स्थित साउथ सिटी पब्लिक स्कूल में कक्षा सात के बच्चे को उठक-बैठक कराने पर नाराज पिता ने प्रधानाचार्य कक्ष में घुसकर शिक्षक की पिटाई की थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. पुलिस ने पीड़ित शिक्षक की ओर से प्राथमिकी दर्ज कर ली थी. शिक्षक आकाश यादव ने छात्र के पिता अजय अग्निहोत्री समेत चार अन्य पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है. पुलिस आरोपियों की हाजिरी के लिए घर नोटिस देने पहुंची पर वहां कोई मिला नहीं.
बाल अधिकार आयोग से शिकायत छात्र के पिता ने राज्य बाल अधिकार आयोग को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया कि कक्षा सात में उनका बेटा एक किताब घर पर भूल गया था. इस पर शिक्षक ने बेटे को पहले बुरी तरह पीटा और फिर 150 बार उठक-बैठक करने को कहा. इससे वह पस्त हो गया और रोने लगा, जब शिकायत करने पहुंचे तो मारपीट की. पुलिस से शिकायत के बावजूद उसने स्कूल का पक्ष लिया. पत्र में कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है. पत्र की प्रति अभिभावक संघ राकेश मिश्रा को भी भेजी गई है. विरोध में शिक्षक हो रहे एकजुट नीटा की स्कूल में हुई बैठक में शिक्षक से मारपीट की घटना की निंदा की गई. आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर असंतोष जताया गया.
पीड़ित शिक्षक को न्याय दिलाने के लिए कार्रवाई की रूपरेखा भी तैयार की गई. नीटा के अध्यक्ष विवेक अवस्थी ने एसीपी कार्यालय में आरोपी अभिभावक की गिरफ़्तारी की मांग की. बैठक में नीटा महामंत्री सतेन्द्र कटियार, प्रशांत त्रिपाठी, प्रशांत शुक्ला तथा डॉ. पीएस परिहार उपस्थित रहे.