ABC NEWS: मुरादाबाद में सपा के अंदर चल रही कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. लोकसभा चुनाव में मतदान के 10 दिन बाकी हैं, लेकिन पार्टी के भीतर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है.चुनाव प्रचार के दौरान सपा की इस आपसी कलह पर पार्टी हाईकमान नाराज हो गया है और उसने कड़ी कार्रवाई की ह. मुरादाबाद सपा जिलाध्यक्ष डी पी यादव पर पार्टी हाईकमान ने एक्शन लिया है.
नाराजगी से चलते सपा के मुरादाबाद जिलाध्यक्ष डी पी यादव को हटा दिया गया है. तीसरी बार पार्टी हाईकमान ने जयवीर यादव को जिलाध्यक्ष बनाया है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लेटर जारी कर इसकी घोषणा की है. सपा सांसद डॉ एस टी हसन के टिकट कटने के बाद से जिलाध्यक्ष डी. पी. यादव नाराज चल रहे थे. वो सपा कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी रुचि वीरा के चुनाव प्रचार से दूरी बनाए हुए थे. गठबंधन प्रत्याशी रुचि वीरा की संगठन के जिले और महानगर के पदाधिकारियों की तरफ से प्रचार में सहायता न करने के को लेकर उनकी शिकायत की गई थी. तीसरी बार पार्टी हाईकमान ने जयवीर यादव को मुरादाबाद सपा का जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी है.
मुरादाबाद लोकसभा चुनाव को लेकर सपा में पहले ही काफी खींचतान देखने को मिल रही है. सपा ने यहां से पहले मौजूदा सांसद एसटी हसन को टिकट दिया था. इसके बाद आजम खां की करीबी रुचि वीरा को प्रत्याशी बना दिया गया, हालांकि तब तक एसटी हसन नामांकन करा चुके थे. रुचि वीरा को सपा ने पार्टी के अधिकृत सिंबल वाला एबी फॉर्म भी दे दिया था. लेकिन ऐन वक्त पर प्रत्याशी फिर बदला गया और हसन को दोबारा सपा ने उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया, लेकिन नामांकन के आखिरी दिन उन तक अधिकृत फॉर्म न पहुंच पाने से रुचि वीरा ही समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी बनीं. इससे आहत एसटी हसन और उनके समर्थकों ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली है. मुस्लिम वोटों की ये नाराजगी सपा को चुनाव में भारी भी पड़ सकती है. बसपा ने यहां से मुस्लिमनेता इरफान सैफी को ही उम्मीदवार बनाया है.