ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) प्रदेश स्तर पर राजनीतिक पार्टियों द्वारा जारी किए गए सियासी गीत अब कानपुर के निकाय चुनाव में एंट्री कर चुके हैं. ख़ास बात यह है की इस बार के चुनाव चाहे पार्षदी का हो या फिर महापौर का, नारे की बजाये आरोप-प्रत्यारोप वाले गाने खूब धूम मचाये है. सोमवार को सपा महापौर प्रत्याशी द्वारा तीन सियासी गीत को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया. इसे उन्होंने अपनी प्रचार गाड़ियों में भी शामिल किया है. इससे शहर की राजनीति का सियासी पारा चढ़ने लगा है.
अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी पर सियासी गानों से हमला
सोमवार को सपा प्रत्याशी वंदना बाजपेयी द्वारा तीन गीतों को वायरल किया गया. इसमें अप्रत्यक्ष रूप से एक पार्टी के महापौर प्रत्याशी पर गानों के माध्यम से बड़े आरोप लगाए गए हैं. गानों में बंटी टैक्स की बात कही गई है. बंटी टैक्स से आजादी दिलाने समेत, पार्किंग शुल्क, गली-सड़क निर्माण, नाला सफाई समेत अन्य कार्यों में अवैध रूप से वसूली के आरोप लगाए गए हैं.
प्रचार में गानों के माध्यम से बोल रहे हमला
चुनाव में प्रचार को लेकर इस बार सियासी गानों को खूब शामिल किया गया है. सभी पार्टियां एक-दूसरे पर गानों के माध्यम से सियासी हमला कर रही हैं. इसको लेकर शहर में चर्चाओं का दौर भी जारी हो गया है.
बता दें कि सियासी गानों के माध्यम से कुछ दिन पहले भाजपा ने गानों के माध्यम से अखिलेश यादव पर हमला बोला था. इसके जवाब में सपा ने योगी आदित्यनाथ पर भी एक वीडियो जारी किया था. इसके बाद से ही निकाय चुनाव में गानों के माध्यम से सियासी हमले जोर पकड़ने लगे हैं.
चुनाव प्रचार में प्रत्याशी झोंक रहे पूरी ताकत
कानपुर में महापौर, पार्षद, पंचायत अध्यक्ष और सदस्य पद के लिए 11 मई को सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होना है. इसको लेकर प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. वार्ड से लेकर पूरे शहर में महापौर पद के प्रत्याशी चुनावी प्रचार में सुबह से देर रात तक जुटे हुए हैं.
कानपुर में भाजपा से महापौर पद पर प्रमिला पांडेय, सपा से वंदना बाजपेयी, कांग्रेस से आशनी अवस्थी और बसपा से अर्चना निषाद समेत 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.