ABC NEWS: अग्निवीर भर्ती परीक्षा के पहले दिन ही कानपुर के अर्मापुर ग्राउंड में भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शारीरिक परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि लंबाई का मानक 169 सेमी.था, लेकिन अभ्यर्थियों की भारी भीड़ देख 172 सेमी. लंबाई पर चयन होने लगा. अभ्यर्थियों ने दौड़ में भी सख्ती बरतने के आरोप लगाए. अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। सेना के अफसरों के समझाने के बाद वो माने.
मानक पर खरे होने के बाद भी भर्ती से बाहर करने का आरोप
सेना के लिए अग्निवीर भर्ती परीक्षा गुरुवार को शुरू हुई. इसके लिए अर्मापुर के ग्राउंड में शारीरिक परीक्षा के लिए पहले दिन गोंडा के अभ्यर्थियों को बुलाया गया. देर रात से ही अर्मापुर के एसएएफ ग्राउंड में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पहुंच गए. भोर में शारीरिक परीक्षा शुरू हुई. तो भारी संख्या में फिजिकल में अभ्यर्थियों को अनफिट कर दिया गया. इसके बाद अभ्यर्थियों ने बताया कि भर्ती में इतनी भीड़ आ गई है कि सेना ने लंबाई का मानक 169 सेमी. से बढ़ाकर 172 कर दिया है.
अभ्यर्थी का यह भी कहना है कि जो पहले सेना की भर्ती में शामिल हो चुके लंबाई में फिट थे, उन्हें भी बाहर कर दिया गया। इसी तरह दौड़ में भी सख्ती का आरोप लगाया। अभ्यर्थियों का कहना है कि इतनी बेरोजगारी है कि भारी संख्या में भीड़ पहुंच गई और अब अफसर सिर्फ क्रीम लेयर को ही छांटकर अग्निवीर के लिए भर्ती कर रहे हैं। ऐसे में उनका भविष्य अधर में लटक गया है।
दौड़ निकाल ली, लेकिन लंबाई ने बाहर किया
अर्मापुर ग्राउंड के बाहर एक-दो नहीं सैकड़ों अभ्यर्थी ऐसे मिले, जिन्होंने दौड़ निर्धारित समय पर पूरी कर ली। मगर लंबाई में वो मात खा गए। वजह यह बताई जा रही है कि भर्ती मेला में भारी भीड़ देखकर सेना के अफसरों ने मानक बढ़ा दिया। अभ्यर्थियों ने दावा किया कि पूर्व में हुई सेना भर्तियों की शारीरिक परीक्षा में जब वह मानक पर खरे थे तो अब अनफिट कैसे हो गए?
हंगामा देख अलर्ट हुई पुलिस और सैन्य अफसर
अभ्यर्थियों ने अर्मापुर गेट पर हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि भर्ती निष्पक्षता से नहीं की जा रही है. हंगामा देख पुलिस फोर्स और सेना के अफसर गेट पर आए और हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को शांत कराया. इसके बाद गेट पर मौजूद सभी अभ्यर्थियों को एसएएफ ग्राउंड भेज दिया गया.
अभ्यर्थी बोले- ओस से घास गीली थी, इसलिए दौड़ नहीं पाए
दौड़ में बाहर हुए अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि ग्राउंड में ओस के चलते घास गीली हो गई है. सुबह उन्हें गीली घास पर ही दौड़ाया गया. घास गीली होने के चलते जमीन पर उनके पैरों की पकड़ मजबूत नहीं बन सकी कुछ तो गिरकर या अनियंत्रित होने के चलते बाहर हो गए। इस बात को भी लेकर अभ्यर्थियों ने आक्रोश जताया.