ABC NEWS: संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में पहला अभिभाषण है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये युग निर्माण का अवसर, हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है.
इससे पहले पीएम मोदी ने मीडिया से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का पहला अभिभाषण है. यह नारी सम्मान का मौका है. इतना ही नहीं पीएम मोदी ने विपक्ष के सांसदों से अपील की कि सत्र में तकरार भी रहेगी, लेकिन तकरीर भी होनी चाहिए. आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा, जहां देश की आर्थिक हालात का पता चलेगा.
आज भारत दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है. मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई. जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है. जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली है.
पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था. आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है. आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है.
सरकार ने उठाए कड़े कदम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, एलओसी से लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस के कड़े जबाव तक, आर्टिकल 370 हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकारी की पहचान निर्णायक सरकार की रही है.
पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है. बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है. आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं.