ABC NEWS: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत को अल्टीमेटम दिया है. जयपुर में जन संघर्ष पदयात्रा के समापन पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि आरपीएससी भंग कर पुनर्गठन करें. वसुंधरा सरकार के करप्शन की जांच हो. पेपरलीक से पीड़ित प्रत्येक युवा को मुआवजा मिले। सरकार तीन मांगे पूरी करें. इस महीने के आखिर तक ये मांगे मानी जाए, अगर नहीं मानी गई तो मैं पूरे प्रदेश में आंदोलन करूंगा. जनसभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने फिर कहा कि यह यात्रा किसी के खिलाफ नहीं है,लोगों के मुद्दे सुनने के लिए यात्रा निकाली गई. पायलट ने कहा कि मेरा गर्मी में चलना पीड़ा का विषय नहीं है। पेपर लीक होना गंभीर मुद्दा है.
वसुंधरा राजे के घोटालों की जांच होनी चाहिए
सचिन पायलट ने कहा कि मैंने सियासत की बात नहीं की है. डेढ़ साल से मेरी चिट्टी पर कार्रवाई नहीं हुई है. वसुंधरा सरकार के घोटालों की होनी चाहिए. जनता में हमारी विश्वसनीयता बनी रहनी चाहिए. कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ है. सचिन पायलट ने कहा कि किसकी अगुवाई में चुनाव लड़ेंगे यह पार्टी तय करेगी. चुनाव पर फैसला पार्टी करेगी. जयपुर में जनसभा में विधायक हरीश मीना, दीपेंद्र सिंह शेखावत, राकेश पारीक, सुरेश मोदी, इंद्राज गुर्जर, मुकेश भाकर, खिलाड़ी लाल बैरवा औऱ रामनिवास गा.ड़िया, जीआर खटाणा, गिर्राज सिंह मलिंगा, हेमाराम चौधरी और राजेंद्र गुढ़ा ने इशारों में सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा।
बीजेपी नेताओं का गुणगान करो
सचिन पायलट ने कहा- मैं पद पर रहूं या नहीं। आखिर सांस तक राजस्थान की जनता के बीच रहूंगा. पेपर लीक से पीड़ित प्रत्येक युवा को मुआवजा मिले. आरपीएससी को भंग कर नई व्यवस्था बने. अभी हाल ये है कि किसी का भाई, किसी की पत्नी, किसी का भांजा ही आरपीएससी का सदस्य बनता है. सचिन पायलट ने सीएम गहलोत का नाम लिए बिना कहा- क्या आपको जयपुर की रैली में रोकने के प्रयास हुए या नहीं. लेकिन लोग रुके नहीं। हमारी यात्रा किसी नेता के खिलाफ नहीं है. हमारी यात्रा नौजवान के लिए है। करप्शन के खिलाफ है. हम रुकने वाले नहीं है. ये कहा कि नीति है कि अपनी पार्टी के नेताओं को बदनाम करो. बीजेपी नेताओं का गुणगान करो. ये कौनसी नीति है. 6 महीने बाद चुनाव है. दूध का दूथ और पानी का पानी साफ हो जाएगा.
साढ़े चार साल तक जांच नहीं कराई
सचिन पायलट ने कहा- 2013 से 2018 तक हमने मेहनत की. कहा- पूर्ववर्ती भाजपा सरकार का विरोध किया. करप्शन का विरोध किया. बजरी माफिया, खनन माफिया. भू माफिया और शराब माफिया का विरोध किया. आज साढ़े चार साल पूरे हो गए है. हम उन वादों को पूरा नहीं कर पाए लेकिन हमारी सरकार नो कोई जांच नहीं कराई. मैंने सीएम गहलोत को पत्र लिखे. जयपुर में अनशन किया. पार नहीं पड़ी तो मैंने जन संघर्ष यात्रा निकालने का निर्णय लिया.