ABC NEWS: भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचे हैं. इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की. पहले वह विमान से इंदौर पहुंचे और फिर उज्जैन के लिए निकले. प्रचंड की अगवानी पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘भारत और नेपाल का नाता ऐतिहासिक है. कई बार ऐसा महसूस होता है कि हम दो देश हैं, लेकिन एक ही संस्कृति और सभ्यता वाले हैं. हमने आज नेपाल के पीएम का स्वागत किया है। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के संबंध नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे.’ इस दौरान शिवराज सिंह चौहान नेपाली टोपी भी लगाए दिखे.
नेपाली पीएम के महाकाल दौरे की काफी चर्चा हो रही है. नेपाल की आतंरिक राजनीति में भी इस पर बात हो रही है क्योंकि वह कम्युनिस्ट पार्टी के नेता हैं. सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि वह अपनी बीमार पत्नी के बेहतर स्वास्थ्य की कामना लेकर महाकाल के दर पर पहुंचे हैं. कहा जा रहा है कि वह पत्नी के नाम पर ही वहां पूजा करेंगे. हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब कोई नेपाली पीएम भारत दौरे पर धार्मिक स्थल पर जा रहा है. इससे पहले अप्रैल 2022 में तत्कालीन नेपाली पीएम शेर बहादुर देउबा जब भारत आए थे तो उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया था.
PM मोदी और जयशंकर से भी करेंगे मुलाकात
काशी विश्वनाथ मंदिर में शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी ने रुद्राभिषेक भी किया था. प्रचंड इंदौर के दौरे पर महाकाल मंदिर जाने के अलावा विशेष आर्थिक जोन भी जाने वाले हैं, जहां टीसीएस और इन्फोसिस जाएंगे. वह पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे. इस मीटिंग में वह डिजिटल पेमेंट, एयर और रेल कनेक्टिविटी पर बात करेंगे. इसके अलावा बिजली की खरीद को लेकर भी कोई बड़ा करार हो सकता है.
PM बनने के बाद पहला दौरा भारत कर रहे प्रचंड
पुष्प कमल दाहाल प्रचंड का यह भारत दौरा इसलिए भी अहम क्योंकि चीन लगातार उस पर अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है. बीते साल दिसंबर में ही नेपाल के प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले प्रचंड का यह पहला विदेश दौरा है और इसके लिए उन्होंने भारत को चुना है. इससे भी समझा जा सकता है कि नेपाल की विदेश नीति में भारत की कितनी अहमियत है.