ABC NEWS: राजनीतिक मोर्चे पर बेबाक और धारदार राय रखने वाले पूर्व सांसद और क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का मंगलवार को आध्यात्मिक स्वरूप दिखा. कैंसर पीड़ित पत्नी नवजोत कौर को लेकर बनारस आए सिद्धू ने कहा कि यह पॉलिटिकल यात्रा नहीं है. उन्होंने कहा कि बाबा की नगरी से कुछ ऐसा लेकर जाना चाहता हूं जो इंद्रियों और शरीर से परे हो.
हथुआ मार्केट स्थित होटल में दोपहर के वक्त पहुंचे सिद्धू को देखकर फैन्स जमा हो गए. हाल ही में पार्टी लाइन से अलग दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर चर्चा में आए सिद्धू काशी में पूरे आध्यात्मिक रूप में दिखे. उन्होंने कहा कि धर्मपत्नी के साथ धर्मस्थली पर आया हूं. बाबा विश्वनाथ की यह आदि-अनंत की नगरी है. कैंसर पीड़ित पत्नी विश्वनाथ धाम आना चाहती थी. इसलिए उनकी इच्छा पूरी करने आया हूं.
सिद्धू बोले कि मैं काशी में किसी राजनीतिक नहीं बल्कि धर्म यात्रा पर हूं. काशी आने का मेरा मंसूबा केवल बाबा विश्वनाथ और मां विशालाक्षी का दर्शन हैं. शक्तिपीठ माता विशालाक्षी का पुराना हुकूम है. मैं उनकी शरण में तीन-चार दिन बिताना चाहता हूं. कुछ सवालों पर सिद्धू ने कहा कि मैं भगवान से सौदेबाजी नहीं करता. मेरी मां हिंदू थीं और मां दुर्गा की उपासक थी. काशी मेरी बचपन की नगरी है.
अपनी काशी यात्रा के दौरान सिद्धू ने कई मंदिरों में जाने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा कि नया विश्वनाथ धाम भी नहीं देखा है, उसे भी देखना है. बनारस आगमन के दौरान कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने उनका स्वागत किया. साथ में जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, शैलेंद्र सिंह सहित दर्जनों कांग्रेस नेता और पदाधिकारी मौजूद थे.