आज नरक चतुर्दशी है और इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है. दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है. दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन किया जाता है. छोटी दिवाली के दिन यमराज की भी पूजा की जाती है.
नरक चतुर्दशी और छोटी दिवाली पर लक्ष्मी नारायण योग व सर्वार्थ सिद्धि योग समेत कई फलदायी योग बन रहे हैं. इन शुभ योगों के चलते आज छोटी दिवाली 5 राशि वालों के लिए विशेष शुभ होने जा रही है. जानिए छोटी दिवाली किन राशि वाले जातकों का भाग्य बदलने जा रही है.
छोटी दिवाली के दिन घर में 12 दीये जलाए जाते हैं और इस दिन हनुमान जंयती भी मनाई जाती है. छोटी दिवाली के दिन श्रीकृष्ण की उपासना भी की जाती है क्योंकि इसी दिन उन्होंने नरकासुर का वध किया था. इस दिन यमराज की पूजा कर अकाल मृत्यु से मुक्ति और बेहतर स्वास्थ्य की कामना की जाती है.
इन पांच राशि के जातकों के लिए उत्तम फलदायी
वृषभ राशि वालों के लिए छोटी दिवाली जीवन में सकारात्मक समय की शुरुआत करेगी. आप अपने लक्ष्यों पर फोकस बढ़ाएंगे. अनुभव से ज्ञान मिलेगा. कारोबार अच्छा चलेगा. धन लाभ होगा. संपत्ति से लाभ होगा. दुश्मन परास्त होंगे. धूमधाम से दिवाली मनाएंगे. घर के मुख्य द्वार पर चौमुखी दीपक जलाएं.
कर्क राशि वाले जातक उत्साह और ऊर्जा से लबरेज रहेंगे. कामों में सफलता मिलती जाएगी और आप आगे बढ़ते जाएंगे. अटका धन मिलने से बड़ी राहत मिलेगी. सहकर्मियों से रिश्ते बेहतर होंगे. नया घर, गाड़ी खरीदने का सपना पूरा होगा.
सिंह राशि वालों के लिए छोटी दिवाली भाग्य को रोशन करने वाली साबित होगी. परिवार में आनंद का माहौल रहेगा. प्रोफेशनल लाइफ में तरक्की करेंगे. कई महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे और उनका लाभ भी पाएंगे. बिजनेस में मुनाफा होगा. व्यापार का विस्तार करने का विचार बनाएंगे.
धनु राशि वालों के लिए नरक चतुर्दशी से अच्छे दिनों की शुरुआत होगी. आपके काम पूरे होंगे. जीवन में खुशियां व सम्मान बढ़ेगा. लव पार्टनर से प्रेम बढ़ेगा. विवाह करने का निर्णय ले सकते हैं. नौकरी में मेहनत का पूरा फल मिलेगा. आज गाय की सेवा करें, हरा चारा खिलाएं.
कुंभ राशि वालों के लिए तो अब शुभ समय की शुरुआत हो रही है. पुरानी समस्याएं धीरे-धीरे खत्म होंगी. कारोबारियों को बड़ा ऑर्डर मिल सकता है. कोई रुका हुआ काम पूरा होने की खुशी रहेगी. परिजन आपका साथ देंगे.
छोटी दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त
चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर यानी आज दोपहर 1 बजकर 15 मिनट से होगी और चतुर्दशी तिथि का समापन 31 अक्टूबर को दिन में 3 बजकर 52 मिनट पर होगा. इस दिन अभ्यांग स्नान मुहूर्त 30 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 20 मिनट से लेकर 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगा.
छोटी दिवाली पूजन विधि
छोटी दिवाली से पहले कार्तिक कृष्ण पक्ष की अहोई अष्टमी के दिन एक लोटे में पानी भरकर रखा जाता है. नरक चतुर्दशी के दिन इस लोटे का जल नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करने की परंपरा है. मान्यता है कि ऐसा करने से नरक के भय से मुक्ति मिलती है. स्नान के बाद दक्षिण दिशा की ओर हाथ जोड़कर यमराज से प्रार्थना करें. ऐसा करने से मनुष्य द्वारा साल भर किए गए पापों का नाश हो जाता है.
इस दिन यमराज के निमित्त तेल का दीया घर के मुख्य द्वार से बाहर की ओर लगाएं. नरक चतुर्दशी के दिन शाम के समय सभी देवताओं की पूजन के बाद तेल के दीपक जलाकर घर की चौखट के दोनों ओर, घर के बाहर व कार्य स्थल के प्रवेश द्वार पर रख दें. मान्यता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी जी सदैव घर में निवास करती हैं. इस दिन निशीथ काल में घर से बेकार का सामान फेंक देना चाहिए. मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के अगले दिन दीपावली पर लक्ष्मी जी घर में प्रवेश करती है, इसलिए गंदगी को घर से निकाल देना चाहिए.
छोटी दिवाली के खास उपाय
– इस दिन मृत्यु के देवता यम की पूजा की जाती है.
– इस दिन पूरे घर में दीपक जलाएं और दक्षिण की तरफ मुख करके प्रार्थना करें. जिससे पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.
– नरक चतुर्दशी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है.
– इस दिन गायों की सेवा करें और उन्हें हरा चारा खिलाएं.
– छोटी दिवाली के दिन कुल देवी देवताओं की पूजा करनी चाहिए और उनके साथ पितरों के नाम का भी दीपक जलाना चाहिए.
– छोटी दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों कोनों पर तेल का दीपक जलाएं. ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का निवास होता है.
– इस दिन माता काली की भी पूजा करनी चाहिए. बंगाल में इस दिन को काली के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. इसलिए, इसे काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है.
– इस दिन तिल के तेल से ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शरीर की मालिश करनी चाहिए. इसलिए इसे रूप चतुर्दशी कहा जाता है.