ABC NEWS: मानसून फिलहाल विदा लेने के मूड में नहीं है. जब मानसून की विदाई का समय आया तो बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने लगा. ऐसे में पूर्वी यूपी से लेकर लखनऊ और आसपास के जिलों में 20 सितम्बर के बाद भी बदली-बारिश का सिलसिला चलेगा. सोमवार दोपहर कई क्षेत्रों में बारिश हुई तो कुछ जगह बौछारें पड़ीं.
मौसम विभाग के अनुसार यह बारिश मानसूनी हवाओं की सक्रियता से हुई. अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. 48 घंटों में यह सक्रिय होगा। इससे मानसूनी हवाओं को मजबूती मिलेगी.
ऐसे में गुरुवार से दो या तीन दिन तक बारिश होगी. अमौसी मौसम केन्द्र के अनुसार मंगलवार दोपहर बाद बादल छा सकते हैं. कुछ जगह गरज चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है. सोमवार को अधिकतम पारा 35.6 डिग्री, न्यूनतम 2.2 डिग्री अधिक 26.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मानसून की ट्रफ लाइन से बदला मौसम
पूर्वी यूपी में भी मानसून सक्रिय है. मौसम में यह बदलाव मानसून की ट्रफ लाइन के कारण हुआ दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, पश्चिम-पूर्वी मध्य प्रदेश होते हुए ट्रफ लाइन दक्षिणी यूपी से गुजर कर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. यह ट्रफ लाइन कुछ ऊपर शिफ्ट हुई है। जिसका असर पूर्वी यूपी पर पड़ा है. रविवार को शहर के कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश हुई, वहीं कुछ हिस्सों में हल्की फुहारें ही गिरी. इसके कारण मौसम विभाग ने महज 0.4 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड जारी किया. गोलघर, बेतियाहाता, स्पोर्ट्स कॉलेज, रेलवे कॉलोनी, बरगदवां, धर्मशाला, मेडिकल कॉलेज, हुमायूंपुर, मोहद्दीपुर, नौसड़, तारामंडल क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई.
बढ़ा गैसों का घनत्व, गरज रहे हैं बादल
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक ऊपरी वायुमंडल में गैसों का घनत्व बढ़ा है. इसका असर बादलों के गरज व चमक पर पड़ रहा है. बादलों की गरज व चमक में वृद्धि हुई है. मौसम विशेषज्ञ केसी पांडेय ने बताया कि दक्षिणी यूपी से गुजर रहे ट्रफ लाइन के कारण आगामी बुधवार तक आसमान में बादल छाए रहेंगे. रुक-रुककर बूंदाबांदी होगी.