ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर IIT व NSI से निकलकर अर्मापुर एस्टेट पहुंचा तेंदुआ चार दिन से वहां भी किसी को नजर नहीं आया है. सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि 12 नवंबर को उन्होंने उसे स्माल आर्म्स फैक्ट्री की दीवार फांदकर पनकी के जंगल में जाते देखा था. माना जा रहा है कि वह उसी जंगल में कहीं छिपा है। वन विभाग की टीम लगातार एहतियात बरत रही है और लोगों को रात के समय जंगल की ओर न जाने की सलाह दे रही है.
पहली बार 26 अक्टूबर को तड़के साढ़े तीन बजे तेंदुआ आइआइटी में टाइप छह आवासों के पीछे बने जंगल में नजर आया था. इसके बाद वह कई दिन तक आइआइटी तो कभी एनएसआइ में लुकाछिपी करता रहा. यहां उसने एक नील गाय के बच्चे और एक जंगली सूअर का शिकार भी किया. जब संस्थानों की ओर से प्रकाश व्यवस्था बढ़ा दी गई और वन विभाग ने भी इंफ्रारेड कैमरे लगाकर जाल की संख्या बढ़ाई तो वह दोनों संस्थानों को छोड़कर अर्मापुर एस्टेट जा पहुंचा.
तेंदुए के जख्मी होने की आशंका
एसएएफ की जिस बाउंड्री को फांदकर तेंदुआ बाहर निकला है, वहां कंटीले तारों का जाल भी लगा है. माना जा रहा है कि तेंदुआ अगर उन्हीं तारों को फांदकर गया है तो निश्चित रूप से जख्मी हुआ होगा. फिलहाल वन विभाग की टीम पनकी के जंगलों में व बाउंड्री के आसपास ही काबिंग कर रही है.
इसके बाद से कभी ओएफसी तो कभी एसएएफ में चहलकदमी करता रहा. डीएफओ श्रद्धा यादव ने बताया कि बुधवार को लोगों ने तेंदुए के एनएसआइ में फिर से आने की सूचना दी. साथ ही बताया कि उसने एक नील गाय के बच्चे का शिकार किया है. इस पर टीम मौके पर पहुंची, लेकिन देखा कि वहां एक अजगर नील गाय के बच्चे को निवाला बनाने की कोशिश कर रहा था. उसे छुड़ाया गया. इस बीच अजगर भागकर झाड़ियों में छिप गया था.