ABC News: ठंड की शुरुआत के साथ ही कानपुर की हवा जहरीली होने लगी है. शुक्रवार सुबह 8 बजे शहर के पॉल्यूशन का स्तर 437 तक पहुंच गया. गुरुवार को भी सुबह से स्मॉग की शुरुआत हुई और शाम के समय यह बेहद घना हो गया. लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है. खुली हवा में बिना मास्क न निकलने की सलाह दी गई है.
पहली नवंबर को शहर का एक्यूआई 280, 2 नवंबर को 208 और 3 नवंबर को 311 पर चला गया. अक्टूबर और नवंबर माह का यह सर्वाधिक AQI है. दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में जिस तेजी से प्रदूषण बढ़ा उसका सीधा असर शहर में दिखाई दे रहा है. फिजिशियन डा. प्रवीण कटियार ने बताया कि एयर पॉल्यूशन बढ़ने की स्थिति में गले में इचिंग, इंफेक्शन, जुखाम, डस्ट एलर्जी जैसी कॉमन बीमारियां हैं. लोगों को सलाह है कि बिना मास्क खुली हवा में न निकले. अस्थमा पेशेंट को खास ख्याल रखने की जरूरत है. रात आठ बजे AQI 365 पर सीपीसीबी के शहर में स्थित नेहरू नगर सेंटर पर रात 8 बजे एक्यूआई 365 पर पहुंच गया. इसे बेहद खराब माना जाता है. रात 1 बजे तो एक्यूआई 288 था जो 03 बजे 290 हो गया. सुबह 06 बजे यह बढ़कर 298 पर आ गया.
सुबह 8 बजे नेहरू नगर के पॉल्यूशन सेंसर में 437 तक पहुंच गया. धूल-धुएं के कण 500 के नजदीक पहुंचे धूल-धुएं के कणों की संख्या दिन भर लगातार बढ़ती रही. नेहरू नगर सेंटर पर पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 500 के नजदीक करीब 440 माइक्रोन प्रति घन मीटर (मानक 60) पहुंच गई. पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 448 (मानक 100) रही. देर रात तक इसके 500 माइक्रोन प्रति घनमीटर तक पहुंचने की संभावना है. कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर 110 माइक्रोन प्रति घनमीटर (मानक प्रति घंटा 04) रहा। सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड ओजोन की मात्रा भी बढ़ी है.