ABC News: जाजमऊ में विधवा के प्लॉट में आगजनी मामले में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के पार्टनर रहे वसीम राइडर ने अब खुद की जान पर खतरा बताया है. वसीम राइडर ने अब विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान और चाचा मेराज सोलंकी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए जान माल के खतरे का अंदेशा जताया है. ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र समेत कई दस्तावेज देते हुए वसीम राइडर ने अब सुरक्षा की मांग की है.
दरअसल, वसीम राइडर भी विवादित हमराज कंस्ट्रक्शन कंपनी में पार्टनर है. ये वहीं कंस्ट्रक्शन कंपनी है, जिसमें नई सड़क हिंसा में फंडिग के आरोपी हाजी वसी भी पार्टनर के तौर पर शामिल था. मंगलवार को वसीम राइडर ने पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र के साथ कई दस्तावेज भी सौंपे हैं. वसीम राइडर ने जान-माल का खतरा जताते हुए कहा कि विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम साल 2022 तक हमराज कंस्ट्रक्शन में डायरेक्टर थी. उन्होंने कहा कि साल 2020-21 की ऑडिट में नसीम सोलंकी कंपनी में ही थी. 2022 में उनको हटाया गया है जबकि कहा जा रहा है कि नसीम सोलंकी साल 2018 में ही कंपनी से हट गई थीं.वसीम राइडर ने बताया कि वह हमराज कंस्ट्रक्शन में 52.5 प्रतिशत के हिस्सेदार हैं. बिल्डिंग के लिए जमीन के सौदे से लेकर निर्माण तक सारी रकम उन्हीं की लगी है. आरोप है कि उन लोगों ने प्रोजेक्ट में उनके पैसे लगवाए और फिर हजम कर गए. वसीम राइडर ने पुलिस कमिश्नर को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि कंपनी का पंजीकरण 25 जून 2013 में हुआ था. हमराज कंस्ट्रक्शन में उनके अलावा मेराज सोलंकी, नसीम सोलंकी, बिल्डर वसी खान और खादिजतुल कुबरा निदेशक थे. वर्ष 2014-15 में जमीन खरीद फरोख्त के लिए मेराज सोलंकी को वसीम ने लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये किस्तों में दिए थे. इससे विधायक के चाचा मेराज ने एक अन्य सहयोगी मुशीर के नाम पर चमनगंज में जमीन खरीदी और उस पर बहुमंजिला इमारत खड़ी कर दी गई. उनके हिस्से में नौ फ्लैट और छत आई. उनके बेटे फरहान को पावर ऑफ अटार्नी के जरिये फ्लैट बेचने का हक दिया गया. शिकायत में वसीम राइडर ने आरोप लगाया था कि सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी और चाचा मेराज सोलंकी ने फर्जी गवाह खड़े कर पावर ऑफ अटॉर्नी निरस्त करा दी. उन्होंने विधायक इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी और उनके चाचा मेराज सोलंकी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए दस्तावेज भी पुलिस अफसरों को सौंपे हैं. उन्होंने कहा कि फरवरी में भी उन्होंने एप्लीकेशन दी थी लेकिन उसकी जांच में अब तक कुछ नहीं हुआ. वसीम राइडर ने पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त को दिए गए प्रार्थना पत्र में मेराज सोलंकी आदि से जानमाल के खतरे की आशंका भी जताई है.
इसको लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि वसीम राइडर ने फरवरी में जो प्रार्थना पत्र दिया था. उसकी जांच में समय लग गया. वर्तमान में जो प्रार्थना पत्र और दस्तावेज सौंपे गए हैं. उनकी मेरिट के आधार पर जांच कराई जाएगी.उन्होंने कहा कि पूर्व में भी हमराज कंस्ट्रक्शन के दस्तावेज की जांच गैगस्टर एक्ट के मुकदमे की जांच के दौरान लिए गए थे. जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, उनकी भी गहनता से तफ्तीश होने के बाद नियमानुसार एक्शन लिया जाएगा.
रिपोर्टः सुनील तिवारी