ABC News: बिधनू रमईपुर स्थित रामलीला मैदान में हो रहे कब्जों को रोकने के लिए रविवार को अधिवक्ताओं व महिला पुलिस संग बाउंड्री कराने पहुंचे रहे कमेटी के सदस्यों पर एक परिवार ने पथराव कर डंडा और साबर से हमला कर दिया. जिसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पुलिस ने घायलों को सीएचसी में भर्ती कराने के साथ एक आरोपित की हिरासत में ले लिया.
रामलीला कमेटी के महामंत्री इंद्रजीत सिंह सेंगर ने बताया कि रमईपुर स्थित करीब डेढ़ बीघा जमीन पर बीते 78 वर्ष से दशहरे में पांच दिवसीय रामलीला होती आ रही है. जिसको लेकर लोगों ने वर्ष 1976 में कमेटी का रजिस्ट्रेशन भी करा लिया था. बीते एक साल में मैदान के आसपास रह रहे लोगों ने करीब दस विश्वा जमीन पर कब्जा कर लिया. जिसपर कमेटी ने रामलीला मैदान में बढ़ रहे कब्जों को रोकने के लिए बाउंड्रीवाल का निर्णय लिया. जिसको लेकर मैदान की जमीन की लेखपाल के से पैमाइस कराई गई. बीते दस दिन पहले कमेटी के सदस्यों बाउंड्री वाल का काम शुरू कर दिया था. रविवार को बाउंड्री वाल कर रहे राजमिस्त्री और मजदूरों को मैदान के पास रह रह रहे शिवकुमार तिवारी ने डांटते हुए काम बंद कराकर घर की महिलाओं को आगे कर दिया. जिसपर कमेटी के सदस्यों ने थाने को जानकारी देने के कमेटी में सदस्य अधिवक्ता राजू राना, शेखर तोमर, प्रशांत सचान को बुला लिया. सूचना पर रमईपुर में गश्त कर रही महिला दरोगा माया पाल एक महिला सिपाही संग मौके पर पहुंची. अधिवक्ता और पुलिस महिलाओं को समझाने का प्रयास कर रही थी, तभी शिवकुमार के बेटे दीपू तिवारी ने अधिवक्ता प्रशांत को थप्पड़ जड़ दिया. देखते हो देखते घर की महिलाओं ने पथराव शुरू कर दिया. इस बीच चचेरे भाई राहुल, सचिन समेत दस लोगों ने लाठी डंडा और साबर से हमला कर दिया. जिसमें अधिवक्ता प्रशांत, राजू, शेखर तोमर और कमेटी के सदस्य नवीन द्विवेदी गंभीर रूप से घायल हो गए. बवाल की सूचना पर थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह भारी फोर्स बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस फोर्स को देख हमलावर परिवार मौके से भाग निकला. पुलिस ने घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया. जहां से प्रशांत और शेखर को उर्सला अस्पताल रेफर कर दिया गया. थाना प्रभारी योगेश कुमार सिंह ने बताया कि बलवा मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है.