ABC News: कानपुर के करौली सरकार आश्रम के विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को आश्रम के अंदर एक बड़े प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. जानकारी मिलते ही बिधनू थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच करने पहुंची. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. सूचना मिलते ही परिवार के लोग ग्रेटर नोएडा से कानपुर आए. मीडिया से उन्होंने बताया कि शाम को फोन पर बात हुई थी, तब तो सब कुछ ठीक था. अचानक कैसे हो गया. हमें मौत पर संदेह है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर इसकी जांच कराएंगे.
करौली गांव स्थित संतोष सिंह भदौरिया के करौली सरकार आश्रम में ग्रेटर नोएडा एनएसजी अपार्टमेंट निवासी देवेंद्र सिंह भाटी (56) आए हुए थे. एसीपी घाटमपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर देवेंद्र सिंह भाटी तीन दिन पहले आश्रम आए थे.
कमरा लेकर आश्रम में रुके थे, लेकिन शनिवार रात तक बाहर नहीं निकले तो भक्तों को संदेह हुआ. आश्रम से बिधनू थाने की पुलिस को सूचना दी गई. दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया. जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया. पुलिस ने भी घंटों छानबीन की. परिजनों के मुताबिक, देवेंद्र सिंह भाटी पूरी तरह से स्वस्थ्य थे. सब कुछ ठीक था. फोन पर बातचीत के दौरान भी उन्होंने किसी भी तरह की परेशानी का जिक्र नहीं किया था. इसके चलते उनकी मौत पर संदेह है. परिजनों की मांग पर ही वीडियोग्राफी के साथ ही तीन डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम हुआ. रिपोर्ट आने के बाद ही परिजन कोई एक्शन लेने की बात कही है. प्रॉपर्टी डीलर की मौत के बाद बाबा संतोष सिंह भदौरिया की ओर से आश्रम में किसी की भी मीडियाकर्मी की एंट्री पर बैन लगा दिया गया. आश्रम के मीडिया कोऑर्डिनेटर बृजेंद्र सिंह ने भी पोस्टमार्टम हाउस में बताया कि वह अपने किसी नजदीकी के अंतिम संस्कार में आए हैं. बाद में मामला खुला तो आश्रम के सभी कर्मचारी और सेवादार वहां से चुपचाप भाग निकले.