ABC News: काकादेव में रविवार को सांसद सत्यदेव पचौरी के आवास पर धरने के दौरान महिला के बेहोश होने पर हड़कंप मच गया. लाल इमली कर्मचारी संघ के नेतृत्व में 40 माह के बकाया वेतन को लेकर कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करने के लिए गए थे. जहां तेज धूप के कारण महिला कर्मचारी सविता अवस्थी बेहोश हो गईं.
40 माह से वेतन नही मिलने से परेशान लाल इमली श्रमिकों ने रविवार पैदल मार्च कर जुलूस निकला. अपनी मांगो को लेकर नारेबाजी करते श्रमिकों ने परिवार के साथ सांसद सत्यदेव पचौरी के आवास का घेराव किया. मजदूरों ने जोरदार नारेबाजी की. परिवार के साथ प्रदर्शन करने पहुंचे मजदूरों के साथ बड़ी संख्या में घरेलू महिलाएं भी शामिल रही. प्रदर्शन के दौरान कहा गया कि पिछले 40 महीने से वेतन ना मिलने के कारण मजदूर भुखमरी की कगार पर आ गए हैं. मजदूरो के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है. मजदूरो ने कहा कि कई बार मांग की गई लेकिन उन्हें अब तक वेतन नहीं मिल सका है. श्रमिक नेता अभय सिंह और अजय सिंह ने बताया कि करोड़ों रुपए खर्च करके लाल इमली में लाइटिंग का काम कराया गया है. इस धन से मजदूरों को वेतन दे दिया जाता तो उनके आवश्यक कार्य से पूर्ण हो सकते थे. उन्होंने कहा कि लाल इमली में कार्यरत मजदूरों की हालत देनी हो चुकी है.जमा पूंजी खत्म हो चुकी है. महिलाओं के आभूषण बिक चुके हैं. बच्चों की पढ़ाई पहले ही बंद हो चुकी है. अब खाने के लाले पड़े हैं. पैदल मार्च कर नारेबाजी करते हुए सांसद के आवास का घेराव करने पर श्रमिकों को आश्वासन मिला है. कि दशहरा और दिवाली से पहले वेतन का भुगतान कराया जाएगा. मजदूरों ने सांसद सत्यदेव पचौरी से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की. संसद ने कहा कि पूर्व में भी मजदूरो को वेतन दिलाया था. इस बार भी समस्या के हल के लिए एक सप्ताह में कपडा मंत्री से मुलाकात करेंगे.
उधर, विधायक सुरेंद्र मैथानी ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ से लाल इमली कर्मचारियो का मामला रखा. रविवार को सीएम योगी के साथ बैठक में किसी भी तरह से मजदूरों के इस मुद्दे को हल करने की जरूरत है. इसके साथ ही लाल इमली की बेशकीमती जमीन पर सफेदपोशों की लगी निगाह को लेकर भी सचेत किया गया. विधायक ने कहा कि पूर्व में राज्य सरकार ने ही इस जमीन को दिया था लिहाजा अब उसे ही वापस लेना चाहिए.