ABC News: (रिपोर्टः सुनील तिवारी) रामादेवी चौराहा को साफ सुथरा और अतिक्रमण मुक्त बनाए जाने की दिशा में कमिश्नर डॉ. लोकेश एम की सख्ती के बाद इसका असर शुरू हो गया है. मंगलवार को नगर निगम के अधिकारी दलबल के साथ यहां पर पहुंचे और अवैध रूप से लग रही सब्जी मंडी को हटाया. खुद नगर आयुक्त शिवशरण अप्पा जीएन ने इस अभियान पर नजर रखी. इस दौरान सब्जी दुकानदारों में हड़कंप मच गया.
गौरतलब हो कि एक दिन पहले कमिश्नर डॉ. लोकेश एम ने रामादेवी चौराहा का निरीक्षण किया था. यहां पर लगने वाले जाम को दूर करने के लिए अवैध रूप से लगने वाली सब्जी मंडी को हटाने के साथ ही चौराहा का सुंदरीकरण करने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद मंगलवार को नगर निगम का अमला सक्रिय हुआ. शुरूआत में सब्जी मंडी हटाने के साथ ही एचएएल की ओर से आने वाली सर्विस रोड पर अतिक्रमण हटाया गया. इसके अलावा रामादेवी चौराहा के बायीं तरफ एनएचएआई के बिना निकास वाले नाले को हटाया गया,, नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी को निर्देश दिए कि सर्विस रोड पर नाले की ओर से स्लिप रोड का समतलीकरण कर नाले को भी भरा जाए. मौके पर पूरे चौराहा के आसपास अभियान चलाते हुए सफाई भी कराई गई. नगर आयुक्त ने यहां पर रोजाना सफाई कराने के लिए पांच कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए. पीएसी मोड़ की तरफ से रामादेवी पुल पर यातायात का काफी ज्यादा दबाव पाया गया. जिस पर यहां की सब्जी मंडी को हटाने के साथ ही नाले की सफाई कराने और सड़क निर्माण के लिए कहा गया. अतिक्रमण हटाने के दौरान सब्जी मंडी से निकली गंदगी को भी तत्काल साफ कराया गया.नगर आयुक्त ने अगले एक सप्ताह तक रामादेवी सब्जी मंडी में अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
नाला सफाई में लापरवाही बरतने पर दो फर्में ब्लैक लिस्ट
नगर आयुक्त ने नाला सफाई में लापरवाही बरतने पर दो ठेकेदार फर्मों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है,, दरअसल नगर आयुक्त सुबह दादानगर नाला का निरीक्षण करने पहुंचे थे,, यहां पर काम काफी धीमी गति से पाया गया,, नाला भी सही तरह से साफ नहीं पाया गया, इस पर नगर आयुक्त ने नाला सफाई का कार्य कर रही ठेकेदार फर्म स्वाती कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए,, इसी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा से बाईपास तक नाला सफाई का काम धीमी गति से पाया गया,, यहां पर केवल तीन मजदूर लगाकर ही काम हो रहा था, इस पर ठेकेदार फर्म कालिका देवी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया,, गौरतलब हो कि नाला सफाई और जलभराव को लेकर नगर निगम पर लगतार सवाल खड़े हो रहे हैं, सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के जनप्रतिनिधि भी नगर निगम अधिकारियों की कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं.