ABC News: (रिपोर्ट सुनील तिवारी) शासन की मंशा है कि सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तय समय पर अपने-अपने कार्यालय में बैठे, जिससे कि जनता की शिकायतों का समय से निस्तारण हो सके. लेकिन नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों पर इसका होते नहीं दिख रहा है.
लापरवाही का ऐसा ही मामला नगर निगम में उस समय देखने को मिला, जब नगर आयुक्त शिवशरण अप्पा जीएन ने अचानक नगर निगम परिसर का निरीक्षण करना शुरू किया. नगर आयुक्त ने एक-एक विभाग जाकर अफसरों और कर्मचारियों की हाजिरी जांची तो पूरी असलियत सामने आ गई. नगर निगम में निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त को मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं मिली. नगर आयुक्त ने इनके खिलाफ शासन में कार्रवाई की संस्तुति करने के निर्देश दिए. इसके अलावा जोन चार के जोनल अभियंता भी कार्यालय से गायब मिले. इन्हें भी नोटिस जारी किया गया.
नगर आयुक्त को मुख्य पशु चिकित्साधिकारी भी कार्यालय में नही मिले. इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया. प्रोजेक्ट सेल में अभियन्ता आरके सिंह व कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. विभाग के चपरासी ने रजिस्टर भी ताले में बन्द किया हुआ रखा था. इसके अलावा यातायात विभाग में कर्मचारी, मार्ग प्रकाश कार्यालय में प्रभारी मुख्य अभियंता और कर्मचारी नहीं मिले. सभी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए. नगर आयुक्त को लेखाधिकारी भी अपने कार्यालय में नहीं मिले.सम्पत्ति विभाग में तहसीलदार अनुपस्थित पाए गए. नक्शा अधीक्षक व उनके कर्मचारी आदि के गैर हाजिर मिलने पर सभी को नोटिस जारी किया गया.