ABC News: सपा विधायक इरफान सोलंकी की मदद करने वाली सपा नेत्री के भाई अशरफ अली को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया. सोमवार रात उसकी गिरफ्तारी की थी. पूछताछ में आरोपी ने विधायक को शरण देने की बात कबूल की. यह भी बताया कि जैसा उसकी बहन नूरी शौकत कहती रही वह वैसा कहता रहा.
उसका आधार विधायक अपने साथ ले गए थे. जाजमऊ थाने में आठ नवंबर को नजीर फातिमा की तहरीर पर इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान व अन्य अज्ञात 55 पर आगजनी, रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस का दावा था कि इरफान ने फर्जी आधार बनाकर दिल्ली से मुंबई का हवाई सफर किया था. 26 नवंबर को ग्वालटोली पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर सपा नेत्री पूरी शौकत, उसके ड्राइवर अम्मार इलाही, विधायक के साले अनवर व मंसूर को जेल भेजा था. इस केस में नूरी शौकत का भाई अशरफ अली उर्फ शेखू भी नामजद था. पुलिस ने दावा किया था कि इरफान ने अशरफ अली की पहचान से हवाई सफर किया था. अशरफ अली के आधार पर इरफान का फोटो लगाया गया था. इसमें नाम पता अशरफ का ही रहा और पहचान इरफान की थी. ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी के अनुसार जब फर्जी आधार तैयार किया गया था तब अशरफ की वहीं पर मौजूदगी थी. उसने खुद ही आधार नूरी को दिया था. अशरफ ने पुलिस को बताया कि अली नाम के शख्स ने फर्जी आधार बनाया था. उसको खुद इरफान ने बुलाया था. अली कर्नलगंज का रहने वाला है। इसके अलावा उसके पास अली के बारे में कोई जानकारी नहीं है. अशरफ का कहना था कि अली इरफान का ही परिचित है. वही बता सकते हैं कि अली कौन है. हालांकि पुलिस अपने स्तर से अली की तलाश कर रही है. जिस फर्जी आधार पर पूरा केस टिका है, वह अब तक बरामद नहीं हुआ है. अशरफ ने बताया था कि आधार कार्ड विधायक लेकर चले गए थे. उसके बाद सीधे सरेंडर किया था. इस दौरान आधार कार्ड कहां गया ये वही बता सकता है.बताया जा रहा है कि अशरफ रणजी प्लेयर भी रह चुका है