ABC News: कानपुर मेट्रो के चल रहे अंडरग्राउंड वर्क में केवल 12 दिन के अंदर ड्रैगिंग प्रणाली से टनल बोरिंग मशीन को स्टेशन के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचाया गया. आपको बता दें कि यहां पर काम कर रही तात्या टनल बोरिंग मशीन बीती 10 जुलाई को चुन्नीगंज से डाउनलाइन पर लगभग 750 मीटर टनल का निर्माण करते हुए नवीन मार्केट पहुंची थी. नवीन मार्केट पहुंचने के बाद अगली चुनौती इसे 215 मीटर लंबे निर्माणाधीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचाने की थी. क्योंकि इसके बाद नवीन मार्केट से बड़ा चौराहा के बीच टनल निर्माण किया जाना है.
इस कार्य के लिए यूपी मेट्रो के इंजीनियरों ने ड्रैगिंग प्रणाली का प्रयोग किया. मेट्रो के इंजीनियरों के अनुसार, आमतौर पर मशीनों को अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन के अंदर से ड्रैग नहीं किया जाता, बल्कि स्टेशन के छोर पर रिट्रीवल शाफ़्ट तैयार कर बाहर निकाला जाता है और फिर दूसरे छोर पर बने लॉन्चिंग शाफ़्ट से दोबारा लॉन्च किया जाता है. लेकिन ड्रैगिंग प्रणाली के उपयोग से मशीन को निकालने और दोबारा ज़मीन के नीचे उतारने की इस प्रक्रिया में लगने वाले समय को बचाने में मदद मिली. नवीन मार्केट भूमिगत मेट्रो स्टेशन पर बेस लेवल का निर्माण पहले ही पूरा किया जा चुका है. इसके बाद पूरी टनल बोरिंग मशीन को क्रेडल पर हाइड्रॉलिक जैक के माध्यम से एक छोर से दूसरे छोर तक ड्रैग कर नियत स्थान पर पोजिशन कर दिया गया. अब तात्या टनल बोरिंग मशीन के जरिए डाउनलाइन पर बड़ा चौराहा तक लगभग 516 मीटर टनल का निर्माण किया जाएगा.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी