ABC NEWS: मकर संक्रांति पर्व पर स्नान और दान का विशेष महत्व है. शनिवार को भोर पहर से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान और पूजन के लिए जुटने लगे लेकिन आचार्यों के मुताबिक मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त कल प्रातः 6:47 से और शाम 5:40 तक रहेगा.
घाटों पर बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
हर साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही मनाई जाती है. बीते साल से 15 जनवरी को ही ये त्योहार मनाया जाने लगा है. शनिवार भोर पहर से ही सरसैया घाट, अटल घाट, सिद्धनाथ घाट, भगवतदास घाट, मेस्कर घाट, गुप्तार घाट, रानी घाट, पत्थर घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं. पुण्य काल में पवित्र नदियों में स्नान और दान करना बेहद शुभ माना जाता है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए घाटों पर जुटे हुए हैं.
इस प्रकार है शुभ मुहूर्त
ज्योतिष दीपक पांडेय के मुताबिक मकर संक्रांति का पावन पर्व 15 जनवरी दिन रविवार को मनाया जाएगा. मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं और मकर राशि में प्रवेश कर जाते हैं. इसे उत्तरायण या खिचड़ी के रूप में भी मनाया जाता है. मकर संक्रांति 14 जनवरी शाम 7:58 से शुरू हो जाएगी, लेकिन उदया तिथि के नियम के अनुसार 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति मनाया जाएगा. मकर संक्रांति का पुण्य काल मुहूर्त सुबह 6:47 से और शाम 5:40 तक रहेगा. महापुण्य काल सुबह 7:16 से 9:04 के बीच है.
इस मुहूर्त का विशेष लाभ लेने के लिए करें उपाय
ज्योतिष दीपक पांडेय के मुताबिक मिटटी के कलश पात्र में काले तिल, सफेद तिल, साबुत काली उरद दाल, मिश्री बराबर मात्रा में डालें। पात्र पर सफेद वस्त्र मुख में काले धागे से बांधें (धागे की लम्बाई आपकी लम्बाई के बराबर हो). इस पात्र को बहते हुए जल में महा पुण्यकाल के मुहूर्त में प्रवाहित करें.
-अविवाहितों को इस पात्र में 17 बताशे भी डालने से लाभ होगा.
-असाध्य बीमारी का कष्ट झेल रहे रोगी पात्र में तिल के तेल की कुछ बूंद डालें.
-कर्ज मुक्ति के लिए 5 मुखी रुद्राक्ष की माला डालें.