ABC News: बच्चे जब जन्म लेते हैं तो उनकी खास देखभाल की जरूरत पड़ती है. उस पर भी ऐसे बच्चों का विशेष ख्याल रखना होता है जिनका जन्म समय से पहले होता है या फिर जिनका वजन काफी कम होता है. ऐसे बच्चों की खास देखभाल के साथ मां के दूध की भी जरूरत होती है, जिससे न केवल उनका विकास होता है बल्कि शरीर में इम्युनिटी भी बढ़ती है. ऐसे बच्चों की देखभाल के लिए कंगारू मदर केयर तकनीक की सलाह दी जाती है. इसी को देखते हुए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कंगारू मदर केयर वार्ड बनाया गया है.
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ.रिचा गिरी, आईसीईएल इंडिया की चीफ साइंटिफिक अफसर डॉ. आरती ने बताया कि यह वार्ड हैलट में जच्चा बच्चा अस्पताल और बाल रोग अस्पताल के बीच में एनआईसीयू के पास बनाया गया है. यहां पर मां और उन बच्चों को एक साथ रखा जाएगा, जिनका या तो वजन कम होता है या फिर प्री मेच्योर डिलीवरी होती है. इस वार्ड में कंगारू मदर केयर तकनीक के जरिए ऐसे बच्चों की जान बचाई जा सकेगी. उन्होंने बताया कि कंगारू मदर केयर तकनीक वैसे सभी नवजातों के लिए जरूरी होता है. लेकिन जो बच्चे जन्म के समय से ही कम वजन के होते हैं, उनके लिए यह वरदान साबित हो सकती है. अगर कंगारू मदर तकनीक का उपयोग सही तरीके से किया जाए, तो अकेले उत्तर प्रदेश में कम वजन और न्यूट्रीशन की कमी से होने वाले मौतों में 25 प्रतिशत की कमी की जा सकती है. बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. यशवंत राव ने बताया कि रिसर्च में पाया गया है कि कंगारू मदर केयर और मां का दूध बच्चे के लिए अमृत समान है. डॉ. अरूण आर्य और डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट क लिए चार मेडिकल कॉलेज के बीच जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज को चुना गया है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी