ABC NEWS: चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का वक्त करीब आता जा रहा है. इसमें अब 48 घंटे से भी कम का वक्त बचा है. इसके साथ ही सबकी धड़कनें भी तेज हो गई हैं. बुधवार शाम को चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान आखिरी के 20 मिनट काफी अहम होने वाले हैं. गौरतलब है कि इस मिशन के सफल होने के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की है. यह देश हैं अमेरिका, रूस और चीन.
Chandrayaan-3 Mission:
The mission is on schedule.
Systems are undergoing regular checks.
Smooth sailing is continuing.The Mission Operations Complex (MOX) is buzzed with energy & excitement!
The live telecast of the landing operations at MOX/ISTRAC begins at 17:20 Hrs. IST… pic.twitter.com/Ucfg9HAvrY
— ISRO (@isro) August 22, 2023
इसलिए अहम हैं आखिरी 20 मिनट
बता दें कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग की कमान अभी तक इसरो मिशन के वैज्ञानिकों के हाथ में है. लेकिन आखिरी के पलों में यह ऑटोमैटिक मोड में आ जाएगा. इसके बाद से असली चुनौतियां शुरू होंगी। गौरतलब है कि इन्हीं आखिरी पलों में चंद्रयान-2 नाकाम हुआ था. इसको देखते हुए इसरो ने इस बार खास तैयारी कर रखी है. चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए इसके लैंडर में रॉकेट लगाए गए हैं. इनके जरिए लैंडर की स्पीड कंट्रोल होगी और उसके बाद सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिशें की जाएंगी.
आठ चरणों में पूरा होगा प्रॉसेस
एक सौ किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर लैंडर उतारने की प्रक्रिया काफी अहम है. बीबीसी के मुताबिक इसका प्रॉसेस आठ चरणों में पूरा होगा. चंद्रयान-3 पहले बूस्टर फायर करेगा और 100 किमी की ऊंचाई पर परिक्रमा करता है, ताकि चांद की सतह की ओर गिरे. यहां से चंद्रयान तेजी से चंद्रमा की सतह की तरफ आएगा. इस वक्त चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल 90 डिग्री पर होना चाहिए. इसके चारों पैर चांद की सतह लंबवत नहीं छू सकते. ऐसे में चंद्रयान के मुंह के बल गिरने का खतरा रहेगा. ऐसी हालत में रोवर इससे बाहर नहीं आ पाएगा. सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल धरती पर सिग्नल भेजता है. कुछ देर के बाद इसका रैंप खुल जाएगा. इसकी मदद से रोवर प्रज्ञान चांद पर लैंड करेगा. इसके बाद वह फोटो लेकर लेकर बेंगलुरु के पास इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क को भेजेगा.
इसरो ने कहा सही दिशा में चल रहा प्रोग्राम
गौरतलब है कि मंगलवार को कहा कि चंद्रयान-3 मिशन निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है. अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यहां ‘इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क’ (आईएसटीआरएसी) में स्थित ‘मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स’ में उत्साह का माहौल है. इसरो ने चंद्रमा पर भारत के तीसरे मिशन की मंगलवार दोपहर को ताजा जानकारी देते हुए कहा कि मिशन तय कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ रहा है. प्रणालियों की नियमित जांच की जा रही है. सुचारू संचालन जारी है। उसने कहा कि एमओएक्स/आईएसटीआरएसी से चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने का सीधा प्रसारण बुधवार शाम पांच बजकर 20 मिनट से शुरू किया जाएगा.