ABC News: कानपुर में महिला के फांसी लगाने के दौरान पति के वीडियो बनाने के आरोपी पति को पुलिस ने जेल भेज दिया. जांच में सामने आया कि पति ने कभी पत्नी के साथ मारपीट नहीं की. दहेज उत्पीड़न का आरोप भी लड़की के परिजनों ने कभी नहीं लगाया. तो आखिर ऐसी कौन सी वजह थी जिसकी वजह से दंपति में रोजाना झगड़े होते थे और फिर मामला सुसाइड तक पहुंच गया.
कानपुर में नौबस्ता के गुलमोहर विहार में संजीव गुप्ता पत्नी शोभिता के साथ रहते थे. आरोपी पति ने कहा कि दिवाली पर पूजा करने के लिए बड़े भाई शिवम मिठाई लेकर आए थे. पत्नी शोभिता ने कहा कि जेठ के लाए हुए लड्डू से मैं दिवाली की पूजा नहीं करूंगी. मैं भी काम-काज में फंस गया और पत्नी के कहने के बाद भी मिठाई नहीं ला सका था. इसी बात को लेकर दीवाली के अगले दिन 25 अक्तूबर को दोनों के बीच झगड़ा शुरू हुआ था. बात इतनी बढ़ गई कि शोभिता बेड पर कुर्सी रखकर फांसी लगाने जा रही थी. मैंने वीडियो बनाकर अपनी साली मानसी को व्हाट्सएप पर भेज दिया. कहा देखो अपनी बहन की हरकतें. इसके बाद पत्नी ने फांसी नहीं लगाई और वीडियो डिलीट करा दिया. इसके बाद हम दोनों का फिर झगड़ा हुआ और दोनों शांत भी हो गए. मैं घर के दूसरे काम में व्यस्त हो गया और कुछ देर बाद बेड-रूम में पहुंचा तो पत्नी का शव फंदे पर झूल रहा था. जब तक उसे फंदे से नीचे उतारा बहुत देर हो चुकी थी और पूरा शरीर ठंडा पड़ गया था. यह बात पत्नी के सुसाइड करने से पहले वीडियो बनाने के आरोपी पति पुलिस कर्मियों के सामने कही.
आरोपी पति ने कहा, ‘छोटी-छोटी बात को लेकर झगड़ा करना. हर चीज में कमी निकालना उसकी आदत थी. हमेशा की तरह दिवाली के अगले दिन भी हम दोनों का झगड़ा हुआ और मैंने यूं ही ससुराल वालों को दिखाने के लिए वीडियो बना लिया था. वह वीडियो से एक्सपोज हो गई. यही वीडियो उसकी मौत की वजह और मेरे जेल जाने की सबसे मजबूत वजह बन रहा है. वीडियो ही मेरे लिए काल बन गया. जबकि वीडियो बनाने के दौरान मेरी पत्नी ने सुसाइड नहीं किया था. मैंने उसे रोक लिया था. दोबारा उसने कमरे में जाकर फांसी लगाई है. ठीक इसी तरह मेरी सास ने भी सुसाइड करके जान दी थी. तब मेरी पत्नी पांच साल की थी और अब मेरी बेटी चार साल की है. मेरा तो पूरा परिवार उजड़ गया. नौबस्ता राजीव विहार निवासी संजीव गुप्ता की पत्नी ने 25 अक्तूबर की दोपहर में फांसी लगाकर जान दे दी थी. मामले में मायके वालों ने पति पर आईपीसी की धारा-306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) की धारा में FIR दर्ज कराई है. हनुमंत विहार पुलिस ने आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज करके जेल भेज दिया. तहरीर में ससुराल वालों को भी आरोपी बनाया गया है, लेकिन कोई नामजद नहीं है. पुलिस अब सास-ससुर समेत अन्य लोगों के भूमिका की भी जांच कर रही है. पिता राजकिशोर गुप्ता ने बताया , “18 फरवरी 2017 को शोभिता की शादी संजीव गुप्ता से की थी. संजीव की सागर मार्केट में मोबाइल की दुकान है. शादी के बाद से ही पति और ससुराल के लोग दहेज के लिए मारपीट और प्रताड़ित कर रहे थे. 25 अक्टूबर को इतना परेशान किया कि उसने जान दे दी.”