ABC News: कानपुर में बेमौसम बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. लगातार हो रही बारिश और गंगा से भारी मात्रा में छोड़े जा रहे पानी के चलते शहर के इंदिरा नगर, बर्रा-8, वरुण विहार बस्ती, बिहारीपुरवा, फत्तेपुर और मेहरबान सिंह का पुरवा में बाढ़ का पानी घुस गया है. इंदिरा नगर में हालात ये हैं कि वहां भरे पानी मगरमच्छ और सांप तक घूमते देखे गए हैं. क्षेत्रीय निवासी अखिलेश दीक्षित ने बताया कि बारिश और बाढ़ के पानी के चलते क्षेत्र में बीते 5 दिनों से पानी भरा हुआ है. पानी में मगरमच्छ और सांप तक तैर रहे हैं. इन खतरों के बीच से होकर जॉब और बच्चों को स्कूल छोड़ने जाना पड़ रहा है.
कभी भी जलीय जंतुओं की वजह से बड़ा हादसा हो सकता है. पुलिस और वन विभाग को सूचना भी दी गई. लेकिन कुछ नहीं हुआ. करीब 2 हजार की आबादी बेहद परेशान है. घुटनों तक पानी भरा हुआ है. वहीं मगरमच्छ और सांपों की वजह से इलाके में दहशत का माहौल है. क्षेत्रीय लोगों ने 4 से 5 मगरमच्छ देखे जाने का दावा किया है. कानपुर साउथ सिटी में बह रही पांडु नदी ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं.
यहां के बर्रा-8, वरुण विहार बस्ती, बिहारीपुरवा, फत्तेपुर और मेहरबान सिंह का पुरवा में बाढ़ का पानी घुस गया है. बुधवार देर रात तक बिहारीपुरवा में पानी चढ़ने लगा था. लोगों के घरों तक पानी पहुंच गया है. कारीब 3 फीट तक पानी चढ़ गया है. बाढ़ आने के बाद लोगों में प्रशासन को लेकर गुस्सा पनप रहा है. क्षेत्रीय निवासियों राम कुमार मिश्रा, कुन्दन सिंह, अमित पांडेय, रवि गुप्ता, अवनीश मिश्रा, ऋषभ, जितेन्द्र कटियार ने बताया कि सिंचाई विभाग की गलती से बाढ़ आती है.
बिना बताए भारी मात्रा में पानी छोड़ा जाता है. लोगों को अलर्ट तक नहीं किया जाता है. हर साल पांडु नदी में बाढ़ आती है. इससे करीब 10 से 15 हजार आबादी प्रभावित होती है. कई बार शहर की तरफ पानी आ जाता है. इस बार लोगों ने मांग की है कि पांडु नदी के किनारे बाउंड्री वॉल बनाई जाए, जिससे बाढ़ पर नियंत्रण पाया जा सके. वहीं पानी बढ़ने की चिंता में लोगों ने रात जागकर काटी. ग्राउंड फ्लोर से सामान ऊपरी की मंजिलों में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है.