ABC News: मुंबई, तेलंगाना और पुणे के बाद अब कानपुर में भी ई-स्कूटी की बैट्री फटने और आग लगने का मामला सामने आया है. हालांकि इस घटना में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है लेकिन किदवई नगर में रहने वाला परिवार दहशत में है. वहीं कंपनी ने जले हुए इलेक्ट्रिक वाहन को वापस ले लिया है लेकिन घटना की जानकारी के बाद ई-बाइक रखने वालों में डर का आलम है.
किदवई नगर एच-टू ब्लाक में रहने वाले अजीत यादव ने बताया कि करीब 10 माह पहले उन्होंने फजलगंज के एक शोरूम से कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदी थी. इसके लिए उन्होंने पूरी कीमत अदा कर दी थी. उन्होंने बताया कि बीती 30 अक्टूबर की शाम स्कूटी पोर्टिको में खड़ी थी. इस बीच अचानक ई-स्कूटी की बैट्री तेज धमाके के साथ फट गई, जिससे घर में आग लग गई. पड़ोसियों ने सबमर्सिबल पंप चलाकर आग बुझाई. हादसे के बाद घर के लोगों में दहशत बनी हुई है. अजीत यादव बताते हैं कि उन्होंने तुरंत कंपनी के शो-रूम में फोन काल करके सूचना दी. इसके बाद कंपनी के कर्मचारी घर पर आए और ई-स्कूटी का मुआयना किया. अनुमति लेने के बाद कंपनी के कर्मी उनका इलेक्ट्रिक वाहन लेकर चले गए. उन्होंने कंपनी से वाहन के बदले अपना पैसा वापस मांगा है. कानपुर आरटीओ प्रशासन राजेश सिंह का कहना है कि जब भी कोई कंपनी वाहन बनाती है तो वाहन रोड पर चलने की अनुमति का प्रमाण पत्र सरकार की मान्यता प्राप्त पुणे की संस्था एएआरआइ देती है. चाहे कोई भी वाहन हो, संस्था की जांच के बाद ही उसके माडल को रोड पर चलने के लिए प्रमाण तैयार करता है. इसके बाद ही कंपनी वाहनों का प्रोडक्शन शुरू करती है. इस टेस्टिंग में करीब पांच से छह माह तक का समय लगता है. ऐसे में इलेक्ट्रिक स्कूटी की अगर बैट्री फटी है तो कंपनी में शिकायत करने पर वह उसे वापस लेगी.