ABC News: रावतपुर गांव में आरोग्यधाम, ग्वालटोली की तरफ से लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में मरीजों की भीड़ उमड़ी. यहां पर 150 से अधिक मरीज ऐसे पाए गए, जिनके लक्षण डेंगू, वायरल और डायरिया से मिलते जुलते थे. शिविर में सीनियर होम्योपैथ विशेषज्ञ डॉ. हेमंत मोहन और डॉ. आरती मोहन ने डेंगू से न घबराने की बात कहते हुए बताया कि होम्योपैथिक दवाओं में इस बीमारी का संपूर्ण उपचार है और इसका शरीर पर किसी प्रकार को दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है.
रामलला मंदिर, रावतपुर गांव में लगे स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने किया.
यहां पर रामलीला का मंचन कर रहे प्रभु श्री राम एवं महर्षि परशुराम ने किया. डॉ हेमंत मोहन के साथ डॉ आरती मोहन और डॉ अभिषेक ने यहां पर आए हुए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया. यहां पर 650 से अधिक लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवाओं का वितरण किया गया. डॉ हेमंत मोहन ने बताया कि बदलते मौसम में वायरल फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया, कंजेक्टिवाइटिस, पीलिया, टाइफाइड, जापानी इंसेफेलाइटिस एवं अन्य अनेक रोगों के होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे में जागरूकता जरूरी है. डॉक्टर आरती मोहन ने बताया कि प्रदूषित पानी एवं खाने-पीने की चीजों से कालरा, गैस्ट्रोएंट्राइटिस, आदि गंभीर रोग हो सकते हैं. डॉ अभिषेक सिंह ने बताया कि इससे बचाव के लिए साफ पानी पिएं.
बाजार के पैक्ड खाने पीने वाली वस्तुओं से बचें. दस्त आदि होने पर तत्काल ओआरएस का घोल लेना प्रारंभ कर दें. डॉ कार्तिक विश्नोई ने बताया कि डेंगू बुखार से बचने के लिए आसपास की साफ.सफाई पर ध्यान दें. आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें. जिससे मच्छर न पनप सके. साथ ही मच्छरदानी लेकर सोना चाहिए. कार्यक्रम में आरोग्यधाम के संस्थापक आरआर मोहन ने आए हुए चिकित्सकों एवं अतिथियों का सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. यहां पर श्री गुरू सिंह सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लॉर्ड, पंजाबी अकादमी के सदस्य गुरविंदर सिंह छाबड़ा, मेजर योगेंद्र सिंह कटियार, पूर्व विधायक सतीश निगम, एसीपी कल्याणपुर दिनेश चंद्र शुक्ल, सीएमओ आलोक रंजन समेत अन्य लोग मौजूद रहे.