ABC News: शहर के विकास कार्यों की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने जलनिगम अधिकारियों पर इतना नाराज हुए कि उनकी कार्यप्रणाली को लेकर बड़ी टिप्पणी कर दी. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में जलनिगम के कामकाज को लेकर विधायकों ने जब नाराजगी जाहिर की, तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को यह टिप्पणी करनी पड़ गई कि इनके डीएनए में ही भ्रष्टाचार है.
यही नहीं, अमृत योजना के तहत हर घर जल योजना में भी लापरवाही पर उन्होंने जमकर नाराजगी जाहिर की. विधायक नीलिमा कटियार ने अमृत योजना के तहत बनियापुरवा एसटीपी का मुद्दा उठाया तो उसको लेकर भी जलनिगम अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, इसको लेकर भी उन्हें फटकार का सामना करना पड़ा. इसी तरह रामादेवी चौराहे के सुुंदरीकरण में देरी को लेकर पीडब्ल्युडी अधिकारियों को विधानसभा अध्यक्ष की फटकार का सामना करना पड़ा. फटकार के घेरे में जलनिगम देहात के अधिकारी भी आ गए.
इसके अलावा बैठक में कानपुर सदर तहसील पर अत्यधिक लोड होने की बात कही गई. इस पर साउथ सिटी में एक और तहसील खोलने का प्रस्ताव दिया गया. विधानसभा अध्यक्ष ने इसका प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है, जिससे उसे राजस्व परिषद को भेजा जा सके. इसके अलावा बैठक में बताया गया कि रिंग रोड के चौथे पैकेज का टेंडर दो महीने में हो गया, बैठक में सरसैयाघाट से ट्रांस गंगा सिटी, सिद्धनाथ कॉरीडोर समेत अन्य मुद्दों को लेकर भी चर्चा हुई.