ABC News: कानपुर में उन्नाव के पूर्व मंत्री देवीबख्श सिंह के नाती व डेंटल सर्जन डॉ. गौरव प्रताप सिंह (42) की हत्या उनके 12 साल पुराने दोस्त एयरफोर्स में सार्जेंट मुदित श्रीवास्तव ने बड़ी बेरहमी से की थी. हत्यारोपी ने पुलिस को बताया कि उसके डॉ. गौरव की पत्नी प्रियंका से प्रेम संबंध थे. इसका डॉक्टर को शक हो गया था इसलिए उसने डॉक्टर को रास्ते से हटा दिया. वहीं पत्नी का दावा है कि आरोपी को उनके पति ने 50 लाख का कर्ज दिया था, जिसे वह चुकाना नहीं चाह रहा था इसलिए उसने हत्या कर दी. डॉ. गौरव के पिता की ओर से दर्ज एफआईआर में भी मुदित पर प्रॉपर्टी, कार और रुपये हड़पने का आरोप लगाया गया है.
बुधवार को आरोपी सार्जेंट को पुलिस ने जेल भेज दिया. आवास विकास उन्नाव निवासी डॉ. गौरव प्रताप सिंह 13 मार्च को गंगा मेले पर पत्नी प्रियंका सिंह को उनके मायके राजीव विहार नौबस्ता छोड़ने आए थे. शाम लगभग छह बजे वह एक संपत्ति देखने के अलावा दोस्त मुदित श्रीवास्तव के पास जाने की बात कहकर निकल गए थे. उसके बाद से डॉक्टर का कुछ पता नहीं चला. 14 मार्च को पत्नी जब थाने पहुंची तो चकेरी पुलिस ने शाम 5:40 बजे डॉक्टर की गुमशुदगी दर्ज की. गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब सार्जेंट मुदित श्रीवास्तव से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने हत्या की बात कबूल की. इसके बाद रात लगभग 12:45 बजे उसकी निशानदेही पर कुलगांव फ्लाईओवर महाराजपुर के नीचे स्थित जंगल में डॉ. गौरव का शव बरामद कर लिया गया. एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव का दावा है कि डॉक्टर की पत्नी और सार्जेंट के बीच छह माह से प्रेम संबंध थे, यह बात आरोपी भी कह रहा है. आरोपी मुदित ने पूछताछ में बताया कि 13 मार्च की रात को उसने डॉ. गौरव को खूब शराब पिलाई. इतनी शराब पिलाई कि वह अपने पैरों पर खड़े होने की स्थिति में नहीं थे. उसके बाद गाड़ी से उन्हें हाईवे पर ले गए. वहां सुनसान जंगल देख क्रेटा गाड़ी रोकी. डॉक्टर को गाड़ी से बाहर निकाला उसके बाद सड़क पर लगे बड़े से पत्थर में आठ बार उनका सिर लड़ाया, थोड़ी ही देर में डॉ. गौरव की मौत हो गई. उसके बाद गाड़ी लेकर चकेरी के आकाश गंगा विहार कॉलोनी स्थित घर आ गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. गौरव के सिर पर कई बार भारी वस्तु से प्रहार हुआ था, अधिक खून बहने से मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि डॉ. गौरव पत्नी से ज्यादा मुदित पर विश्वास करते थे. उनका मुदित के साथ रुपये का लेन देन भी चलता था. पांच साल पहले जब मुदित लुधियाना में तैनात था तब उसने कैंटीन से गौरव के लिए एक क्रेटा कार खरीदी थी, जिसके पैसे गौरव ने दिए थे. परिजनों ने बताया कि मुदित मूलरूप से उन्नाव का ही रहने वाला है. मुदित हर शनिवार और रविवार उन्नाव स्थित अपने घर आता था. वह जब भी आता, तो गौरव से मिलने जरूर आता था. दोनों एक साथ बाहर खाना खाने जाते थे. गौरव मुदित को दोसत कम भाई ज्यादा मानते थे. डॉ. गौरव सिंह के पिता डॉ. प्रबल प्रताप सिंह बीएचएमएस के पद से रिटायर हुए हैं. वहीं उनकी मां डॉ. कुसुमा सिंह उन्नाव की हड़हा सीट से कई बार विधायक और राज्यमंत्री रहे डॉ. गंगा बख्श सिंह की बेटी थीं. डॉ. कुसुमा शिकोहाबाद से वर्ष 2017 में डीएचओ के पद से रिटायर हुईं थीं. डॉ. कुसुमा की छह माह पहले मौत हो गई थी. परिजनों ने बताया कि डॉ. गौरव की कई साल पहले उन्नाव की ही डॉ. रुचि से शादी हुई थी. उनकी तीन साल की बेटी है. फिर दोनों में तलाक हो गया था. करीब चार साल पहले डॉ. गौरव ने नौबस्ता के राजीवनगर निवासी किसान कमल सिंह की बड़ी बेटी प्रियंका से शादी की थी, जिससे तीन साल का बेटा रुद्रांश है.