ABC News: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में छह वर्षीय बच्चे की आंखों का जटिल ऑपरेशन कर लोहे के तार का टुकड़ा निकाला गया. ऑपरेशन 2 घंटे से भी अधिक समय तक चला. तीन डॉक्टरों के पैनल ने सफल ऑपरेशन किया.
रतनपुर पनकी निवासी छह वर्षीय बच्चे को परिजन कम दिखने के कारण और आंख में चोट लग जाने के कारण इलाज कराने लाए थे. मरीज के परिजनों ने बताया कि विभिन्न अस्पतालों में इलाज करने के बाद पश्चात भी बच्चे की आंख की लाली और दर्द नहीं जा रहा था. डॉ. नम्रता पटेल ने जांच की और पाया कि उसकी आंख की काली पुतली में चोट के निशान के अलावा आंख में पस भी था. दाई आंख में लोहे की तार से चोट लगने के कारण सूजन और पस आ गई थी. डॉ. नम्रता पटेल की टीम ने बच्चे का ऑपरेशन किया, जिसमें मुख्य रूप से डॉ. सूरज, डॉ. कल्याण, डॉ. अंजली थीं. बच्चे की आंख के ऑपरेशन के दौरान पस की सफाई की. इस दौरान पता चला कि इसमें लोहे का तार का एक टुकड़ा भी पड़ा हुआ था, जिसकी वजह से वह ठीक नहीं हो पा रहा था. इसके बाद आंख में पड़े लोहे के तार के टुकड़े को सफलतापूर्वक निकाला गया. विभागाध्यक्ष डॉक्टर (प्रो.) शालिनी मोहन ने इस जटिल ऑपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी. बताया कि यदि समुचित इलाज के बाद भी बच्चे की आंख से पस पूरी तरह से नहीं जा रहा, तो आंख में कोई foreign body होने का अंदाजा लगाया जाता है, जिसका पता एक्सरे और USG B SCAN से किया जा सकता है. प्रधानाचार्य डॉक्टर (प्रो) संजय काला ने भी नेत्र विभाग की टीम की प्रशंसा की. मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी को बधाई देते हुए कहा कि जटिल से जटिल ऑपरेशन भी इस कॉलेज में सफलतापूर्वक किए जा रहे हैं.