ABC NEWS: माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी. दोनों को कॉल्विन अस्पताल के बाहर उस समय मारा गया, जब मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था. कैमरे के सामने तीन शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद से ही विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। सपा, बसपा, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं, कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. हालांकि, कई लोग ऐसे भी हैं जो अतीक जैसे माफियाओं को मारने को सही ठहरा रहे हैं. हाल ही में इस हत्याकांड के बाद एक सर्वे किया गया है, जिसमें सवाल किया गया है कि क्या अतीक अहमद मामले से सीएम योगी की लोकप्रियता पर कोई असर पड़ा है?
एबीपी न्यूज और सी वोटर द्वारा किए गए इस सर्वे के नतीजे सामने आ चुके हैं. इसमें 44 फीसदी लोगों ने माना है कि अतीक कांड से सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता बढ़ गई है. हालांकि, 30 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे कमी आई है, जबकि 15 फीसदी मानते हैं कि हत्याकांड से कोई असर नहीं पड़ा है. 11 फीसदी पता नहीं का जवाब देने वाले भी हैं. बता दें कि सी वोटर द्वारा किए गए इस सर्वे को 24 अप्रैल से 26 अप्रैल के बीच किया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि यह सबसे ताजा सर्वे है, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ की अतीक कांड के बाद लोकप्रियता के बारे में पूछा गया है. सर्वे से साफ है कि अतीक हत्याकांड से सीएम योगी की लोकप्रियता में काफी बढ़ोतरी हुई है.
उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता अब भी फरार
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाई गई है. वह हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रही है. उसके अलावा, बमबाज गुड्डू मुस्लिम का भी पता नहीं चल सका है. यूपी पुलिस के साथ यूपी एसटीएफ की टीमें दोनों को खोज रही हैं. प्रयागराज समेत कई जिलों में ड्रोन के जरिए भी निगरानी की जा रही है, लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं मिल सका है. पिछले दिनों अतीक के चकिया वाले दफ्तर से कुछ खून की बूंद और चाकू बरामद किया गया था. उसके बाद सवाल खड़े हो रहे थे कि आखिर दफ्तर पर बुल्डोजर चलाए जाने के बाद भी यहां कौन आया और यह किसका खून है? इस वजह से एफएसएल से जांच करवाई गई. रिपोर्ट में सामने आया कि यह खून किसी जानवर का नहीं, बल्कि इंसान का ही है.