ABC News: सरकार के सख्त रुख के बाद कानपुर में हड़ताल पर गए बिजली कर्मचारियों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है. केस्को में कार्यरत 243 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है. केस्को एमडी सैमुअल पाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. बताया कि एस्मा के तहत कार्रवाई की गई है. कर्मचारियों को हिदायत दी जा रही है कि जल्द ही मुख्यालय में रिपोर्ट करें. वहीं केस्को एमडी ने आरोप लगाया कि फाल्ट की सूचनाएं बढ़ी है. ये आशंका है कि मैनमेड फाल्ट किए जा रहे हैं.
केस्को एमडी ने बताया कि 1660 कुल कर्मी कार्यरत हैं. इसमें से हड़ताल पर गए 243 कर्मचारियों को न आने पर बर्खास्त किया गया है. सभी चारों अधीक्षण अभियंता कार्य कर रहे हैं. वहीं 788 में से सिर्फ 84 कर्मचारियों ने कार्यालय में शनिवार को रिपोर्ट किया है. फिलहाल अभी 1600 में से 1104 कर्मचारी ही कार्य पर हैं. हड़ताल पर चल रहे 90 परसेंट कर्मियों को नोटिस जारी किया गया है. केस्को एमडी ने बताया कि जिन संविदा कर्मियों को बर्खास्त किया गया है, उनके संबंधित क्षेत्र में सबसे ज्यादा कार्य प्रभावित था. संविदा कर्मियों को लगातार संपर्क किया जा रहा था. उनको एस्मा की भी जानकारी दी गई थी, इसके बाद भी वो कार्य पर नहीं लौटे. अब वे कभी भी केस्को में कार्य नहीं कर पाएंगे. वहीं, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति केस्को के संयोजक भगवान मिश्रा ने बताया कि 72 घंटे की हड़ताल चलती रहेगी. पुलिस को गिरफ्तारी करनी है तो कार्रवाई कर सकते हैं. हमारी नोटिस के अनुसार कल रात 10 बजे से अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी. एकतरफा कार्रवाई की जा रही है. कहा कि आमजन मानस की दिक्कतें हमारी वजह से नहीं ऊर्जा मंत्री, सरकार की वजह से है. तकलीफ के लिए हम आमजन मानस से माफी मांगते हैं.