ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बड़ी आसानी से ठगता था. गैंग के सदस्य इतने शातिर थे कि इन्होंने पीएम मुद्रा दिलाने के पोस्टर तक जगह-जगह चस्पा कर रखे थे. पुलिस ने गैंग में शामिल एक महिला समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने बताया कि पीएम मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर का है. इस गिरोह ने प्रदेश के कई जिलों में अब तक ठगी की वारदात की है. उन्होंने बताया कि पुलिस के पास सूचना आयी कि चौबेपुर में जगह-जगह पीएम मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर पोस्टर लगाकर ठगी की जा रही है. इस सूचना पर जब चौबेपुर पुलिस ने छानबीन की तो ठगी के बड़े मामले का पर्दाफाश होता चला गया. पुलिस ने ठगी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि पकड़े गए शातिर आलोक सिंह, तनिष्क, रजत कटियार, राहुल, लोकेंद्र प्रताप सिंह, गोपीचंद्र, प्रेम कुमार और समृद्धि सिन्हा हैं. यह लोग पीएम मुद्रा लोन दिलाने के पोस्टर अधिकतर ग्रामीण इलाकों में चस्पा कर देते थे. उस पोस्टर में एक मोबाइल नंबर भी दिया जाता था. पोस्टर के झांसे में आकर अगर कोई व्यक्ति इन्हें कॉल करता था, तो लच्छेदार बातों में उसे यह लोग फंसा लेते थे, फिर लोन से पहले प्रोसेसिंग फीस, रजिस्ट्रेशन समेत अन्य बातों को बताकर लोगों से रकम एकाउंट में मंगवाई जाती थी.
जैसे ही कोई इन्हें पैसे ट्रांसफर करता, गिरोह के सदस्य उस पैसे को निकालकर बैंक खाता बंद करा देते थे. डीसीपी पश्चिम ने बताया कि अब तक की पूछताछ में 200 से ज्यादा लोगों से ठगी का मामला सामने आया है. उन्होंने बताया कि इन शातिरों ने ठगी की रकम ने सिंहपुर में 10 लाख कीमत का एक प्लॉट खरीदा. इसके अलावा औरेया में एक जमीन और दो कार का पता चला है. यही नहीं, इन्होंने कल्याणपुर में अपने कार्यालय को कॉरपोरेट आफिस के तर्ज पर सजाया. यहां पर काम करने वाले लोगों को बड़ी सैलरी भी दी जाती थी. इनके पास से डेढ़ दर्जन से अधिक मोबाइल, लैपटॉप, 15 एटीएम और क्रेडिट और डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं. डीसीपी ने बताया कि वह लोग कई जगहों की पुलिस से संपर्क कर रहे हैं, जिससे अगर कोई इस गिरोह के द्वारा ठगा गया हो तो सामने आ सके.