ABC News: कानपुर में उफान पर चल रही गंगा का जलस्तर इस समय चेतावनी बिंदु से 13 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है. बाढ़ का पानी कटरी के गांव के एक दर्जन से अधिक घरों में घुसने के बाद ग्रामीणों को गंगा बैराज स्थित प्राथमिक विद्यालय में ठहराया गया है. बढ़ते जलस्तर के बीच डीएम ने भी मौका मुआयना कर राहत कार्यों में किसी तरह की कमी न होने के निर्देश दिए.
गौरतलब हो कि पहाड़ों पर हो रही बारिश की वजह से 13 साल बाद गंगा फिर अपने पुराने रूप में दिखाई दे रही हैं. गंगा का जलस्तर इस समय 113.13 मीटर पर चल रहा है. जोकि चेतावनी बिंदु से 13 सेंटीमीटर ज्यादा है. वहीं, गंगा बैराज की अपस्ट्रीम पर जलस्तर 114.700 मीटर और डाउन स्ट्रीम पर 114.500 मीटर पर जलस्तर पहुंच गया है. बुधवार को गंगा बैराज से इस सीजन का सबसे ज्यादा पानी डिस्चार्ज किया गया. सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि गंगा बैराज चार लाख 16 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया, वहीं, हरिद्वार से एक लाख 23 हजार और नरोरा से एक लाख 55 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया. बाढ़ की वजह से गंगा कटरी के चैनपुरवा, दिवनीपुरवा, लोधवाखेड़ा, भोपालपुरवा, शिवदीनपुरवा, कांशीराम नगर की हालत सबसे ज्यादा खराब है.
डीएम ने गंगा के जलस्तर पर 24 घंटे नजर रखने के निर्देश दिए हैं. बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे डीएम ने कहा कि जिन गांवों के रास्तों में पानी भरा है, वहां पर नाव या फिर ट्रैक्टर का प्रबंध कराया जाए, राहत शिविर में बिजली आपूर्ति सुचारू करने के साथ खानपान की कमी नहीं होने दी जाए. जलभराव वाले गांवों में राशन का वितरण होम डिलीवरी के माध्यम से किया जाएगा. राहत शिविर में पीड़ित परिवारों के स्वास्थ्य परीक्षण कराने को भी कहा गया है.