ABC NEWS: इजरायल की बेंजामिन नेतन्याहू कैबिनेट ने बुधवार की अहले सुबह एक अभूतपूर्व मतदान में हमास के चंगुल से करीब 50 बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एक समझौते को मंजूरी दे दी. इन बंधकों को 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले के दौरान अपहरण कर लिया गया था और गाजा में बंधक बनाकर रखा गया है. इस समझौते के तहत इजरायल पिछले डेढ़ महीने से गाजा पर जारी हमलों को कुछ दिनों के लिए रोकने को तैयार हो गया है.
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वोट के नतीजे की घोषणा करने वाले एक सरकारी बयान में यह नहीं बताया गया कि मंत्रियों ने कैसे मतदान किया। हिब्रू मीडिया के अनुसार, समझौते पर पहले विरोध व्यक्त करने के बावजूद, धुर दक्षिणपंथी धार्मिक ज़ायोनीज़्म पार्टी ने पक्ष में मतदान किया, केवल राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटमार बेन ग्विर के अतिराष्ट्रवादी ओत्ज़मा येहुदित गुट के सदस्यों ने इसके खिलाफ में मतदान किया.
हालांकि, इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के सभी विवरण औपचारिक रूप से जनता के लिए जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन इजरायली सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि इस समझौते में 50 जीवित इजरायली नागरिकों, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं, के समूहों की रिहाई की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि प्रति दिन 12-13 लोगों को रिहा किए जाने की संभावना है.
बदले में इजरायल क्या-क्या करेगा
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 50 इजरायली बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल गाजा पर हमले शुरू करने के बाद पहली बार कम से कम चार दिनों के लिए युद्धविराम पर सहमत हुआ है. नेतन्याहू सरकार ने वोट के बाद हमास संग समझौते की उन शर्तों की पुष्टि एक बयान जारी कर की है.
बयान में कहा गया है, “इजरायली सरकार सभी अपहृत लोगों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है. बीती रात, सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कम से कम 50 बंधकों, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, को चार दिनों की अवधि में रिहा किया जाएगा, इस दौरान गाजा पट्टी पर हमले नहीं किए जाएंगे.” बयान में कहा गया है, “प्रत्येक दस अतिरिक्त अपहृतों की रिहाई के परिणामस्वरूप युद्ध में एक अतिरिक्त दिन की राहत दी जाएगी.”
हालांकि बयान में यह भी कहा गया है कि इजरायल सरकार, आईडीएफ और सुरक्षा बल सभी अपहृत लोगों को वापस लाने, हमास के खात्मे को पूरा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए युद्ध जारी रखेंगे कि गाजा इजरायल के लिए किसी भी खतरे को दोबारा न बढ़ाए.
फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई
समझौते के मुताबिक, इजरायल फिलिस्तीनी महिलाओं और नाबालिगों कैदियों को जेल से रिहा करने और उन्हें अपने घरों में लौटने की अनुमति देने पर भी सहमत हुआ है. ये लोग ज्यादातर वेस्ट बैंक और पूर्वी येरुशलम में कैद हैं। हालांकि, इस तरह के कैदियों की रिहाई के बारे में इजरायल ने कोई विशिष्ट संख्या की पेशकश करने से परहेज किया है, लेकिन हिब्रू मीडिया के मुताबिक ऐसे 150 कैदियों की रिहाई इजरायल कर सकता है.
फिलिस्तीनी प्राधिकरण के एक मंत्री ने मंगलवार को अल अरबिया को बताया कि जेल में बंद 350 फिलिस्तीनी नाबालिगों और 82 महिलाओं को अदला-बदली में मुक्त कर दिया जाएगा. समझौते के मुताबिक, इजरायल गाजा में अतिरिक्त ईंधन के साथ-साथ मानवीय सहायता की अनुमति देने पर भी सहमत हुआ है, जो चल रहे युद्ध के कारण बड़ी मात्रा में एन्क्लेव में प्रवेश नहीं कर पा रहा है.