ABC NEWS: भारत अगले साल जी-20 के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. विदेश मंत्रालय से लेकर पर्यटन मंत्रालय इसकी तैयारियों में जुट गए हैं. समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता वाले खजुराहो जैसे शहरों समेत महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक, भारत ने अपनी वार्षिक अध्यक्षता के दौरान देशभर में 55 स्थानों पर जी-20 बैठकों के आयोजन की योजना बनाई है. पर्यटन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों ने कहा है कि बैठकों के वास्ते अन्य स्थानों के अलावा ऐतिहासिक स्थलों को चुनने का विचार ‘धरोहर स्थलों के महत्व को रेखांकित’ करने के लिए है. इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘ये बैठकें विभिन्न राज्यों में देश के 55 स्थानों पर आयोजित करने की योजना है. हम अन्य स्थानों के अलावा महानगरों, राज्यों की राजधानियों, महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को महत्व देंगे.’
भारत के अपनी वार्षिक अध्यक्षता के दौरान प्रभावशाली समूह की 200 से अधिक बैठक आयोजित करने की उम्मीद है, जिसका समापन अगले साल नौ और 10 सितंबर को वार्षिक शिखर सम्मेलन के साथ होगा. अधिकारी ने कहा कि इन 55 स्थानों में टियर-2 और टियर-3 शहर भी शामिल होंगे, जहां सुरम्य परिदृश्य है और जो सांस्कृतिक धरोहर के लिहाज से समृद्ध हैं. उन्होंने कहा, ‘इसलिए, हम कच्छ के रण में एक बैठक कर रहे हैं, एक सिलीगुड़ी में, हम्पी और खजुराहो में भी बैठकें होंगी.’
कर्नाटक में हम्पी के खंडहर और मध्य प्रदेश के खजुराहो में मंदिरों का समूह भारत में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में से एक हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या जी-20 की कोई बैठक धरोहर स्थलों के पास आयोजित की जाएगी? अधिकारी ने कहा, ‘बैठकें सम्मेलन हॉल या इसी तरह के किसी प्रतिष्ठान में आयोजित की जाएंगी, लेकिन, उन्हें (प्रतिभागियों) कार्यक्रमों के लिए वहां ले जाया जा सकता है. इसलिए, हो सकता है कि इन धरोहर स्थलों के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए कार्यक्रम या दौरे हों.’
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली जैसे महानगर और राज्यों की प्रसिद्ध राजधानियों में बैठकें आयोजित की जाएंगी, लेकिन प्रतिभागियों को अधिक विविध और समृद्ध अनुभव देने के लिए छोटे शहरों को भी शामिल किया जा रहा है. भारत एक दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक एक वर्ष के लिए जी-20 की अध्यक्षता करेगा. केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने हाल में कहा था कि भारत जी-20 की अध्यक्षता के दौरान खुद को “प्रमुख पर्यटन स्थल” के रूप में स्थापित करने की योजना बना रहा है.